छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया नारायणपुर : आंगनबाड़ी के माध्यम से संचालित विभिन्न सेवाओं का और बेहतर क्रियान्वयन करें:- कलेक्टर श्री एल्मा : बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों का मरम्मत कार्य तुरंत किया जाए
निर्मित गौठानों में गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाया जाएगा
नारायणपुर 22 अक्टूबर 2019
कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा जिले में विभिन्न विभागांे द्वारा किए जा रहे जनहित के निर्माण कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम कुंदला गुरिया और आकाबेड़ा में उप स्वस्थ्य केन्द्र के निर्माण की प्रगति के बारे में पूछा। कलेक्टर केन्द्रीय सहायता योजना के तहत स्वीकृत कार्यो से भी अवगत हुए। वही प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क और लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माणाधीन सड़क-पुलियों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने मानसून के दौरान भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सड़क मरम्मत कार्य तुरंत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने भवन विहीन स्कूलों की जानकारी ली साथ ही ग्राम धौड़ाई में नवनिर्मित हायर सेकेण्डरी स्कूल को अपने अधिपत्य में लेने की बात कही। जिले में अभी हाल ही में हुई असामयिक हुई बारिश से क्षति तथा फसल का आंकलन कर प्रस्तुत करने को कहा था तथा पीड़ित व्यक्ति को हर संभव आवश्यक मदद देने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार की महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के अन्तर्गत जिले मे निर्मित गौठानों में दीपावली त्यौहार के बाद गौवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाया जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार के कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आवश्यक निर्देश दिए गए है। जो लोग गौठान में विविध कार्य करते हैं और जो भविष्य में गौठान सेवा समिति के साथ गोठान कार्यो का संपादन करेंगे, इन सभी की सहभागिता भी गौठान दिवस के कार्यक्रम में सुनिश्चित करने कहा गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रेमकुमार पटेल ने बताया कि गौठान दिवस के कार्यक्रम हेतु समय और रूपरेखा आदि स्थानीय स्तर पर तय किया जाएगा । संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे ।
कलेक्टर श्री एल्मा ने राज्य शासन की आंगनबाड़ी के माध्यम से संचालित विभिन्न सेवाओं के और बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंनें राज्य सरकार की मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री हाट/बाजार के साथ ही सार्वभौमिक पीडीएस योजना की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कुपोषण के प्रति समाज को और विशेष रूप से माताओं को सचेत करना और जागरूक बनाना सुपोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य है। इसमें बच्चों को अन्न प्रहसन्न के जरिए उनकी माताओं को पौष्टिक आहार का महत्व बताया जाए। गोददभराई की रस्म का उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान माताओं के खान-पान और उनकी अच्छी देखभाल के महत्व से परिवारों को जागरूक करना है। एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को पोषणयुक्त भोजन दिया जाए। उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा आगामी तीन साल में छत्तीसगढ़ को कुपोषण और एनीमिया से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
निर्मित गौठानों में गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाया जाएगा
नारायणपुर 22 अक्टूबर 2019
कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा जिले में विभिन्न विभागांे द्वारा किए जा रहे जनहित के निर्माण कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम कुंदला गुरिया और आकाबेड़ा में उप स्वस्थ्य केन्द्र के निर्माण की प्रगति के बारे में पूछा। कलेक्टर केन्द्रीय सहायता योजना के तहत स्वीकृत कार्यो से भी अवगत हुए। वही प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क और लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माणाधीन सड़क-पुलियों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने मानसून के दौरान भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सड़क मरम्मत कार्य तुरंत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने भवन विहीन स्कूलों की जानकारी ली साथ ही ग्राम धौड़ाई में नवनिर्मित हायर सेकेण्डरी स्कूल को अपने अधिपत्य में लेने की बात कही। जिले में अभी हाल ही में हुई असामयिक हुई बारिश से क्षति तथा फसल का आंकलन कर प्रस्तुत करने को कहा था तथा पीड़ित व्यक्ति को हर संभव आवश्यक मदद देने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार की महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के अन्तर्गत जिले मे निर्मित गौठानों में दीपावली त्यौहार के बाद गौवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाया जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार के कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आवश्यक निर्देश दिए गए है। जो लोग गौठान में विविध कार्य करते हैं और जो भविष्य में गौठान सेवा समिति के साथ गोठान कार्यो का संपादन करेंगे, इन सभी की सहभागिता भी गौठान दिवस के कार्यक्रम में सुनिश्चित करने कहा गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रेमकुमार पटेल ने बताया कि गौठान दिवस के कार्यक्रम हेतु समय और रूपरेखा आदि स्थानीय स्तर पर तय किया जाएगा । संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे ।
कलेक्टर श्री एल्मा ने राज्य शासन की आंगनबाड़ी के माध्यम से संचालित विभिन्न सेवाओं के और बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंनें राज्य सरकार की मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री हाट/बाजार के साथ ही सार्वभौमिक पीडीएस योजना की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कुपोषण के प्रति समाज को और विशेष रूप से माताओं को सचेत करना और जागरूक बनाना सुपोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य है। इसमें बच्चों को अन्न प्रहसन्न के जरिए उनकी माताओं को पौष्टिक आहार का महत्व बताया जाए। गोददभराई की रस्म का उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान माताओं के खान-पान और उनकी अच्छी देखभाल के महत्व से परिवारों को जागरूक करना है। एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को पोषणयुक्त भोजन दिया जाए। उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा आगामी तीन साल में छत्तीसगढ़ को कुपोषण और एनीमिया से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें