छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया जयपुर, 17 अक्टूबर 2019- चुने हुए 10 स्टार्टअप्स बिजनेस के शुरूआती दौर, हाइवे टू ए हण्ड्रेड यूनिकार्नस् का तृतीय सत्र, युवा उद्यमियों ने साझा किये अपने अनुभव
राजस्थान इनोवेशन विजन के तहत गुरूवार को यहां मेरियट में चल रहे ’’हाइवे टू ए हण्डे्रड यूनिकार्नस् कार्यक्रम के सायंकालीन सत्र में राज्य के युवा उद्यमियों ने स्टार्टअप के बारे में जानकारियां साझा की।
माईक्रोसॉफ्ट फॉर स्टार्ट अप कंट्री हैड श्रीमती लथिका पाई ने युवा उद्यमियों से रूबरू होते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में ईको सिस्टम मजबूत करने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है ओर इसके लिए स्टार्टअप कार्यक्रम को पूरा सहयोग दिया जा रहा है। युवा उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए श्रीमती पाई ने कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन निःसन्देह युवाओं की रचनात्मकता और उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाएगा। माइक्रोसोफ्ट की कंट्री हैड ऑफ स्टार्टअप ने कहा कि वे अन्य राज्यों में भी राजस्थान सरकार के सहयोग की चर्चा करेंगी।
हाइवे टू 100 यूनिकार्नस् के तृतीय सत्र में राज्य के चुने हुए 10 स्टार्टअप्स ने अपने बिजनेस के शुरूआती दौर और वर्तमान स्थिति पर अनुभव शेयर किये। युवा उद्यमी श्री आदित्य केड़िया ने अपने बिजनस कन्सेप्ट को स्पष्ट करते हुए अपनी टैक्नोलॉजी प्लेटफार्म के बारे में बताया। वही युवा श्री शरद ने कहा कि उनके बिजनस की पूरी टीम युवा है और वे विज्ञान की स्मार्ट क्लासेज के क्षेत्र में काम कर रहे है।
युवा उद्यमियों से चर्चा के दौरान इन्वेस्टर एण्ड यूनिकॉर्न के फाउण्डर श्री राजेश डेम्बले सहित टाई इण्डिया एन्जल्स, को वर्किन ग्रोथ इनेब्लर एवं माइक्रोसोफ्ट फॉर स्टार्टअप के सी.टी.ओ. श्री विनायक हेगड़े भी उपस्थित थे।
सूचना एवं प्रोद्योगिकी विभाग के तकनीकी निदेशक श्री सुनील छाबड़ा ने युवा उद्यमियों को सर्टिफिकेट प्रदान किये।
कार्यक्रम ’’हाइवे टू ए 100 यूनिकर्नस््’’ का प्रथम सत्र, युवा उद्यमियों को आगे लाकर लोगों के जीवन में बदलाव करना होगा, प्रतिस्पर्धा को भूलकर नवाचारों के बारे में सोचना होगा
जयपुर, 17 अक्टूबर। राज्य सरकार एवं माइक्रोसॉफ्ट के संयुक्त तत्वाधान में गुरूवार को यहां आयोजित’’हाइवे टू ए 100 यूनिकार्नस््’’कार्यक्रम के प्रथम सत्र ‘वेंचर कैपिटल और इंवेस्टमेंट सेशन’ को संबोधित करते हुए श्री राजेश डेंबला, फाउंडर यूनिकोर्न ने कहा कि राज्य में स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए यह एक अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप कर रहे उद्यमी को अपने उपभोक्ता की मांग को समझते हुए निवेश के साधनों के बारे में सोचना चाहिए।
सत्र की शुरूआत से पहले माइक्रोसॉफ्ट के कन्ट्री पब्लिक हैंड श्री मनीष ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट का यह कार्यक्रम एक माइल स्टोन है तथा अलग-अलग क्षेत्रों में साझेदारी कर जहां एक ओर युवा उद्यमियों को आगे बढ़ा रहा है वहीं दूसरी और लोगों के जीवन में भी बदलाव ला रहा है। दूर-दराज के क्षेत्रों में आमजन को सुगम जीवन जीने के प्रति राह भी प्रेरित कर रहा है। उन्होंने कहा कि ईको-सिस्टम के अन्तर्गत शिक्षा, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के जीवन तथा सार्वजनिक क्षेत्रों के अन्य विषयों में स्टार्टअप के द्वारा युग के साथ समाहित कर रहा है।
सत्र में राहुल अग्रवाल, फाउंडर सेन्सस एआई ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे नवीनतम तकनीकोंं का प्रयोग करते हुए स्टार्ट अप उद्यमी अपने उपभोक्ता वर्ग की मांग को आसानी से समझ सकते है तथा इससे स्टार्ट अप को वैश्विक स्तर पर पहुंचने का मौका भी मिलेगा।
सत्र में श्री विवेक खण्डेलवाल, फाउंडर आई जू टू ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में बहुत से युवा यहां से शिक्षा प्राप्त कर मैट्रो शहर जैसे बैंगलोर, मुम्बई, दिल्ली में अपना स्टार्ट अप विकसित कर रहे है, उन युवाओं को अपने क्षेत्र में आकर यहां स्टार्ट अप की शुरूआत करनी चाहिए जिससे राज्य के विकास में भी वे भागीदार बन सकें।
इस अवसर पर महावीर प्रसाद शर्मा, अध्यक्ष टीआईई इंडिया एंजल्स ने कहा कि स्टार्ट अप कर रहे युवाओं को निवेश इकट्ठा करने से पहले इस बात की जानकारी रखनी चाहिए कि वह उत्पाद उपभोक्ता के प्रयोग में कैसे आ सकता है तथा प्रतिस्पर्धा के बारे में ना सोचकर नवाचारों के बारे में सोचना चाहिए। सत्र का संचालन लेथिका पाई, माइक्रोसॉफ्ट स्टार्ट अप की कन्ट्री हैड ने किया।
एक अन्य सत्र ‘टैक्नोलॉजी ट्रैक सेशन’ को संबोधित करते हुए श्री विनायक हैज, सीईओ, माइक्रोसॉफ्ट स्टार्ट अप ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड का प्रयोग स्टार्ट अप उद्यमी द्वारा अपने उद्यम को विकसित करने में किया जा सकता है। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट एज्योर की प्रस्तुतिकरण से विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से एप्लीकेशन विकसित कर रहे उद्यमी को लेंग्वेज, डेटाबेस, रिसर्च, उत्पाद की जानकारी सहित विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवाता है।
उन्होंने कहा कि एज्योर एक खुला संसाधन है जिसे सार्वजनिक तौर पर कोई भी प्रयोग कर सकता है साथ ही उद्यमी के डेटा को सुरक्षित रखने का भी यह उचित प्लेटफॉर्म है।
’’हाइवे टू ए 100 यूनिकार्नस्’’ कार्यक्रम का हुआ आयोजन
राजस्थान के 10 स्टार्टअप को मिलेगी वैश्विक पहचान
आई स्टार्ट के तहत पंजीकृत 10 स्टार्टअप का माइक्रोसॉफ्ट ने किया चयन
राज्य के 90 स्टार्टअप का हुआ था प्रांरभिक चयन
जयपुर, 17 अक्टूबर। राज्य के युवा उ़द्यमियों के लिए गुरूवार का दिन अहम सौगात लेकर आया। राज्य सरकार एवं माइक्रोसॉफ्ट के संयुक्त तत्वाधान में यहां निजी होटल में आयोजित’’हाइवे टू ए 100 यूनिकार्नस्’’ कार्यक्रम के तहत राजस्थान सरकार के आई स्टार्ट कार्यक्रम में पंजीकृत 10 स्टार्टअप्स का माइक्रोसॉफ्ट ने चयन किया है। इस चयन से इन स्टार्टअप को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी। यह जानकारी प्रमुख शासन सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनसम्पर्क श्री अभय कुमार ने दी।
उन्होंने कहा कि राजीव (राजस्थान इनोवेशन विजन) के तहत आयोजित कार्यक्रम में आई स्टार्ट में पंजीकृत 90 स्टार्टअप में से माइक्रोसॉफ्ट ने 10 स्टार्टअप को चयनित किया है। इनमें शिक्षा के क्षेत्र में सिक्योर लर्निग व टींकर्ली स्टार्टअप, रिटेल के क्षेत्र में बिक्स 42 व डील शेयर, हैल्थ केयर क्षेत्र में मेडकोडस व एम हील, टैक्सटाइल्स के क्षेत्र में हॉलसेल बाक्स, रिक्रूटमेंन्ट के क्षेत्र में हॉयर फॉक्स, विजिटर मैनेजमेन्ट के क्षेत्र में एम पास तथा आईटी के क्षेत्र में रॉरोम स्टार्टअप को चयनित किया गया है। ये स्टार्टअप जयपुर, कोटा, जोधपुर एवं उदयपुर के नव उद्यमियों के है।
श्री कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए आई स्टार्ट कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत लगभग 1500 से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हो चुके है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक एवं तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। स्टार्टअप के माध्यम से समाज में आ रही वर्तमान चुनौतियों का समाधान संभव हो पा रहा है तथा समाज में हो रहे बदलाव को समयोजित करते हुए परिवेश के अनुकुल स्टार्टअप को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
इस मौके पर आयुक्त, सूचना एवं जनसम्पर्क डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि यह एक अच्छा कार्यक्रम है जिसमें राज्य सरकार के साथ माइक्रोसॉफ्ट जुडकर के राज्य के जो 10 स्टार्टअप और उच्च स्तर पर ले जाया जा रहा है। इससे युवाओं को और नए स्टार्टअप को प्रेरणा मिलेगी। नए आइडियाज के साथ तकनीक का इस्तेमाल कर राजस्थान के युवा परिवार एवं समाज के लिए सहभागिता दे रहे है। ऎसे युवाओं को यह कार्यक्रम सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने का प्रयास है।
माइक्रोसॉफ्ट फॉर स्टार्टअप की कन्ट्री हैड श्रीमती लेथिका पाई ने कहा कि’’हाइवे टू ए 100 यूनिकार्नस्’’ कार्यक्रम के तहत पूरे देश से 100 स्टार्टअप का चयन किया जा रहा है और यह चयन द्वितीय श्रेणी के शहरों से हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन शहरों में प्रतिभाएं छुपी हुई है और नए उद्यमियों को प्लेटफार्म प्रदान कर वैश्विक स्तर पर इनको ले जाने का माइक्रोसॉफ्ट का यह एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रतिभाएं बाहर लाकर ईको सिस्टम के अन्तर्गत वैश्विक चुनौतियों पर सफलता प्राप्त करना है।
इस अवसर पर राज्य के 100 से अधिक स्टार्टअप ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरूआत में संयुक्त शासन सचिव, आयोजना श्री अभिमन्यु कुमार ने कहा कि राजस्थान आज जयपुर, कोटा, एवं उदयपुर में नए उद्यमियों को स्टार्टअप में विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। स्टार्टअप के लिए तकनीकी सहायता, मेंटरिग एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराकर युवाओं को बेहतर रोजगार की दिशा में आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम युवाओं में नव उत्साह का संचार करेगा।
जेडीए की बडी कार्रवाई 35 बीघा सरकारी भूमि को किया अतिक्रमण मुक्त
जयपुर, 17 अक्टूबर। जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते नेे गुरूवार को सामुहिक अभियान का आयोजन करते हुए 35 चारागाह की सरकारी भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटवाया तथा अवैध निर्माण को रूकवाया।
उप नियंत्रक प्रवर्तन श्री कालूराम मीणा ने बताया कि जोन-13 में ग्राम पंचायत बदनपुरा बाल्यावाला के ख.नं. 3 की लगभग 35 बीघा सरकारी चारागाह भूमि पर तारबंदी, मिट्टी की डोल, एवं लकडी की छडिया, खेतीबाडी आदि अतिक्रमणों को जेसीबी से हटवाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया। सामुहिक अभियान में प्रवर्तन अधिकारी-10 एवं 13, प्राधिकरण में उपलब्ध जाप्ता, लेबर गार्ड एवं रामरतनपुरा हल्के के पटवारी की निषानदेही पर कार्रवाई की गई।
उन्होंने बताया कि जोन-पीआरएन दक्षिण में प्लाट नं. 76 एवं 77 में अवैध निर्माण किया जा रहा था, मौके पर निर्माण कार्य रूकवाकर निर्माण हेतु प्रयोग में लिए जा रहे औजार, परात एवं फावडे इत्यादि उपकरणों को जप्त किया गया।
यूडीएच मंत्री के प्रयासों से 20 साल से खटाई में पड़ी सेंट्रल स्पाईन योजना को मिलेगी गत
60 खातेदारों को लॉटरी से दी जाएगी मुआवजे के रूप में विकसित भूम
जयपुर, 17 अक्टूबर। यूडीएच मंत्री श्री शांति धारीवाल द्वारा दिए गए निर्देशों पर जयपुर विकास प्राधिकरण के जोन-9 के ग्राम श्री किशनपुरा, महल, जीरोता की अवाप्तशुदा भूमि पर जेडीए की 20 साल से खटाई में पडी सेंट्रल स्पाईन योजना के विकास को जेडीए गति देगा। सेंट्रल स्पाईन योजना में मुआवजे को लेकर न्यायिक विवाद होेने के कारण पिछले 20 वर्षो से खटाई में पडी थी, जिसके कारण योजना का विकास कार्य अवरूद्ध हो गया था।
जयपुर विकास आयुक्त श्री टी. रविकांत ने बताया कि यूडीएच मंत्री की इस योजना पर सकारात्मक प्रयासों से खातेदारों से समझाईश कर उन्हें यह विश्वास दिलाया गया है कि भूमि समर्पण करने पर उनकी ही भूमि पर रिप्लानिंग कर उनकों मुआवजे में प्राथमिकता दी जाएगी। इन प्रयासों से अब तक 60 से ज्यादा खातेदारों से भूमि समर्पण करने में रूचि दिखाई है। इसके साथ पूर्व में समर्पित की गई भूमि की ऎवज में जिन खातेदारों को मुआवजा जाना शेष है, उनकी पत्रावलियों का अध्ययन कर शेष मुआवजा भी शीघ्र दिया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।
श्री रविकांत ने बताया कि मुआवजे से शेष रहे 60 आरक्षण पत्र धारकों की सूची तैयार कर उनकों लॉटरी के माध्यम से विकसित भूमि दिए जाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि जेडीए द्वारा आने वाले समय में अवाप्ताधीन भूमियों के संबंध में खातेदारों से आपसी सहमति से विवाद सुलझा कर विकास कार्य को गति दी जाएगी। अन्य जोन में भी इसी तरह नीति बनाकर कार्य किया जाएगा।
राजस्थान इनोवेशन विजन के तहत गुरूवार को यहां मेरियट में चल रहे ’’हाइवे टू ए हण्डे्रड यूनिकार्नस् कार्यक्रम के सायंकालीन सत्र में राज्य के युवा उद्यमियों ने स्टार्टअप के बारे में जानकारियां साझा की।
माईक्रोसॉफ्ट फॉर स्टार्ट अप कंट्री हैड श्रीमती लथिका पाई ने युवा उद्यमियों से रूबरू होते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में ईको सिस्टम मजबूत करने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है ओर इसके लिए स्टार्टअप कार्यक्रम को पूरा सहयोग दिया जा रहा है। युवा उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए श्रीमती पाई ने कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन निःसन्देह युवाओं की रचनात्मकता और उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाएगा। माइक्रोसोफ्ट की कंट्री हैड ऑफ स्टार्टअप ने कहा कि वे अन्य राज्यों में भी राजस्थान सरकार के सहयोग की चर्चा करेंगी।
हाइवे टू 100 यूनिकार्नस् के तृतीय सत्र में राज्य के चुने हुए 10 स्टार्टअप्स ने अपने बिजनेस के शुरूआती दौर और वर्तमान स्थिति पर अनुभव शेयर किये। युवा उद्यमी श्री आदित्य केड़िया ने अपने बिजनस कन्सेप्ट को स्पष्ट करते हुए अपनी टैक्नोलॉजी प्लेटफार्म के बारे में बताया। वही युवा श्री शरद ने कहा कि उनके बिजनस की पूरी टीम युवा है और वे विज्ञान की स्मार्ट क्लासेज के क्षेत्र में काम कर रहे है।
युवा उद्यमियों से चर्चा के दौरान इन्वेस्टर एण्ड यूनिकॉर्न के फाउण्डर श्री राजेश डेम्बले सहित टाई इण्डिया एन्जल्स, को वर्किन ग्रोथ इनेब्लर एवं माइक्रोसोफ्ट फॉर स्टार्टअप के सी.टी.ओ. श्री विनायक हेगड़े भी उपस्थित थे।
सूचना एवं प्रोद्योगिकी विभाग के तकनीकी निदेशक श्री सुनील छाबड़ा ने युवा उद्यमियों को सर्टिफिकेट प्रदान किये।
कार्यक्रम ’’हाइवे टू ए 100 यूनिकर्नस््’’ का प्रथम सत्र, युवा उद्यमियों को आगे लाकर लोगों के जीवन में बदलाव करना होगा, प्रतिस्पर्धा को भूलकर नवाचारों के बारे में सोचना होगा
जयपुर, 17 अक्टूबर। राज्य सरकार एवं माइक्रोसॉफ्ट के संयुक्त तत्वाधान में गुरूवार को यहां आयोजित’’हाइवे टू ए 100 यूनिकार्नस््’’कार्यक्रम के प्रथम सत्र ‘वेंचर कैपिटल और इंवेस्टमेंट सेशन’ को संबोधित करते हुए श्री राजेश डेंबला, फाउंडर यूनिकोर्न ने कहा कि राज्य में स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए यह एक अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप कर रहे उद्यमी को अपने उपभोक्ता की मांग को समझते हुए निवेश के साधनों के बारे में सोचना चाहिए।
सत्र की शुरूआत से पहले माइक्रोसॉफ्ट के कन्ट्री पब्लिक हैंड श्री मनीष ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट का यह कार्यक्रम एक माइल स्टोन है तथा अलग-अलग क्षेत्रों में साझेदारी कर जहां एक ओर युवा उद्यमियों को आगे बढ़ा रहा है वहीं दूसरी और लोगों के जीवन में भी बदलाव ला रहा है। दूर-दराज के क्षेत्रों में आमजन को सुगम जीवन जीने के प्रति राह भी प्रेरित कर रहा है। उन्होंने कहा कि ईको-सिस्टम के अन्तर्गत शिक्षा, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के जीवन तथा सार्वजनिक क्षेत्रों के अन्य विषयों में स्टार्टअप के द्वारा युग के साथ समाहित कर रहा है।
सत्र में राहुल अग्रवाल, फाउंडर सेन्सस एआई ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे नवीनतम तकनीकोंं का प्रयोग करते हुए स्टार्ट अप उद्यमी अपने उपभोक्ता वर्ग की मांग को आसानी से समझ सकते है तथा इससे स्टार्ट अप को वैश्विक स्तर पर पहुंचने का मौका भी मिलेगा।
सत्र में श्री विवेक खण्डेलवाल, फाउंडर आई जू टू ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में बहुत से युवा यहां से शिक्षा प्राप्त कर मैट्रो शहर जैसे बैंगलोर, मुम्बई, दिल्ली में अपना स्टार्ट अप विकसित कर रहे है, उन युवाओं को अपने क्षेत्र में आकर यहां स्टार्ट अप की शुरूआत करनी चाहिए जिससे राज्य के विकास में भी वे भागीदार बन सकें।
इस अवसर पर महावीर प्रसाद शर्मा, अध्यक्ष टीआईई इंडिया एंजल्स ने कहा कि स्टार्ट अप कर रहे युवाओं को निवेश इकट्ठा करने से पहले इस बात की जानकारी रखनी चाहिए कि वह उत्पाद उपभोक्ता के प्रयोग में कैसे आ सकता है तथा प्रतिस्पर्धा के बारे में ना सोचकर नवाचारों के बारे में सोचना चाहिए। सत्र का संचालन लेथिका पाई, माइक्रोसॉफ्ट स्टार्ट अप की कन्ट्री हैड ने किया।
एक अन्य सत्र ‘टैक्नोलॉजी ट्रैक सेशन’ को संबोधित करते हुए श्री विनायक हैज, सीईओ, माइक्रोसॉफ्ट स्टार्ट अप ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड का प्रयोग स्टार्ट अप उद्यमी द्वारा अपने उद्यम को विकसित करने में किया जा सकता है। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट एज्योर की प्रस्तुतिकरण से विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से एप्लीकेशन विकसित कर रहे उद्यमी को लेंग्वेज, डेटाबेस, रिसर्च, उत्पाद की जानकारी सहित विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवाता है।
उन्होंने कहा कि एज्योर एक खुला संसाधन है जिसे सार्वजनिक तौर पर कोई भी प्रयोग कर सकता है साथ ही उद्यमी के डेटा को सुरक्षित रखने का भी यह उचित प्लेटफॉर्म है।
’’हाइवे टू ए 100 यूनिकार्नस्’’ कार्यक्रम का हुआ आयोजन
राजस्थान के 10 स्टार्टअप को मिलेगी वैश्विक पहचान
आई स्टार्ट के तहत पंजीकृत 10 स्टार्टअप का माइक्रोसॉफ्ट ने किया चयन
राज्य के 90 स्टार्टअप का हुआ था प्रांरभिक चयन
जयपुर, 17 अक्टूबर। राज्य के युवा उ़द्यमियों के लिए गुरूवार का दिन अहम सौगात लेकर आया। राज्य सरकार एवं माइक्रोसॉफ्ट के संयुक्त तत्वाधान में यहां निजी होटल में आयोजित’’हाइवे टू ए 100 यूनिकार्नस्’’ कार्यक्रम के तहत राजस्थान सरकार के आई स्टार्ट कार्यक्रम में पंजीकृत 10 स्टार्टअप्स का माइक्रोसॉफ्ट ने चयन किया है। इस चयन से इन स्टार्टअप को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी। यह जानकारी प्रमुख शासन सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनसम्पर्क श्री अभय कुमार ने दी।
उन्होंने कहा कि राजीव (राजस्थान इनोवेशन विजन) के तहत आयोजित कार्यक्रम में आई स्टार्ट में पंजीकृत 90 स्टार्टअप में से माइक्रोसॉफ्ट ने 10 स्टार्टअप को चयनित किया है। इनमें शिक्षा के क्षेत्र में सिक्योर लर्निग व टींकर्ली स्टार्टअप, रिटेल के क्षेत्र में बिक्स 42 व डील शेयर, हैल्थ केयर क्षेत्र में मेडकोडस व एम हील, टैक्सटाइल्स के क्षेत्र में हॉलसेल बाक्स, रिक्रूटमेंन्ट के क्षेत्र में हॉयर फॉक्स, विजिटर मैनेजमेन्ट के क्षेत्र में एम पास तथा आईटी के क्षेत्र में रॉरोम स्टार्टअप को चयनित किया गया है। ये स्टार्टअप जयपुर, कोटा, जोधपुर एवं उदयपुर के नव उद्यमियों के है।
श्री कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए आई स्टार्ट कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत लगभग 1500 से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हो चुके है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक एवं तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। स्टार्टअप के माध्यम से समाज में आ रही वर्तमान चुनौतियों का समाधान संभव हो पा रहा है तथा समाज में हो रहे बदलाव को समयोजित करते हुए परिवेश के अनुकुल स्टार्टअप को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
इस मौके पर आयुक्त, सूचना एवं जनसम्पर्क डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि यह एक अच्छा कार्यक्रम है जिसमें राज्य सरकार के साथ माइक्रोसॉफ्ट जुडकर के राज्य के जो 10 स्टार्टअप और उच्च स्तर पर ले जाया जा रहा है। इससे युवाओं को और नए स्टार्टअप को प्रेरणा मिलेगी। नए आइडियाज के साथ तकनीक का इस्तेमाल कर राजस्थान के युवा परिवार एवं समाज के लिए सहभागिता दे रहे है। ऎसे युवाओं को यह कार्यक्रम सफलता की ऊंचाईयों पर ले जाने का प्रयास है।
माइक्रोसॉफ्ट फॉर स्टार्टअप की कन्ट्री हैड श्रीमती लेथिका पाई ने कहा कि’’हाइवे टू ए 100 यूनिकार्नस्’’ कार्यक्रम के तहत पूरे देश से 100 स्टार्टअप का चयन किया जा रहा है और यह चयन द्वितीय श्रेणी के शहरों से हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन शहरों में प्रतिभाएं छुपी हुई है और नए उद्यमियों को प्लेटफार्म प्रदान कर वैश्विक स्तर पर इनको ले जाने का माइक्रोसॉफ्ट का यह एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रतिभाएं बाहर लाकर ईको सिस्टम के अन्तर्गत वैश्विक चुनौतियों पर सफलता प्राप्त करना है।
इस अवसर पर राज्य के 100 से अधिक स्टार्टअप ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरूआत में संयुक्त शासन सचिव, आयोजना श्री अभिमन्यु कुमार ने कहा कि राजस्थान आज जयपुर, कोटा, एवं उदयपुर में नए उद्यमियों को स्टार्टअप में विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। स्टार्टअप के लिए तकनीकी सहायता, मेंटरिग एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराकर युवाओं को बेहतर रोजगार की दिशा में आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम युवाओं में नव उत्साह का संचार करेगा।
जेडीए की बडी कार्रवाई 35 बीघा सरकारी भूमि को किया अतिक्रमण मुक्त
जयपुर, 17 अक्टूबर। जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते नेे गुरूवार को सामुहिक अभियान का आयोजन करते हुए 35 चारागाह की सरकारी भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटवाया तथा अवैध निर्माण को रूकवाया।
उप नियंत्रक प्रवर्तन श्री कालूराम मीणा ने बताया कि जोन-13 में ग्राम पंचायत बदनपुरा बाल्यावाला के ख.नं. 3 की लगभग 35 बीघा सरकारी चारागाह भूमि पर तारबंदी, मिट्टी की डोल, एवं लकडी की छडिया, खेतीबाडी आदि अतिक्रमणों को जेसीबी से हटवाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया। सामुहिक अभियान में प्रवर्तन अधिकारी-10 एवं 13, प्राधिकरण में उपलब्ध जाप्ता, लेबर गार्ड एवं रामरतनपुरा हल्के के पटवारी की निषानदेही पर कार्रवाई की गई।
उन्होंने बताया कि जोन-पीआरएन दक्षिण में प्लाट नं. 76 एवं 77 में अवैध निर्माण किया जा रहा था, मौके पर निर्माण कार्य रूकवाकर निर्माण हेतु प्रयोग में लिए जा रहे औजार, परात एवं फावडे इत्यादि उपकरणों को जप्त किया गया।
यूडीएच मंत्री के प्रयासों से 20 साल से खटाई में पड़ी सेंट्रल स्पाईन योजना को मिलेगी गत
60 खातेदारों को लॉटरी से दी जाएगी मुआवजे के रूप में विकसित भूम
जयपुर, 17 अक्टूबर। यूडीएच मंत्री श्री शांति धारीवाल द्वारा दिए गए निर्देशों पर जयपुर विकास प्राधिकरण के जोन-9 के ग्राम श्री किशनपुरा, महल, जीरोता की अवाप्तशुदा भूमि पर जेडीए की 20 साल से खटाई में पडी सेंट्रल स्पाईन योजना के विकास को जेडीए गति देगा। सेंट्रल स्पाईन योजना में मुआवजे को लेकर न्यायिक विवाद होेने के कारण पिछले 20 वर्षो से खटाई में पडी थी, जिसके कारण योजना का विकास कार्य अवरूद्ध हो गया था।
जयपुर विकास आयुक्त श्री टी. रविकांत ने बताया कि यूडीएच मंत्री की इस योजना पर सकारात्मक प्रयासों से खातेदारों से समझाईश कर उन्हें यह विश्वास दिलाया गया है कि भूमि समर्पण करने पर उनकी ही भूमि पर रिप्लानिंग कर उनकों मुआवजे में प्राथमिकता दी जाएगी। इन प्रयासों से अब तक 60 से ज्यादा खातेदारों से भूमि समर्पण करने में रूचि दिखाई है। इसके साथ पूर्व में समर्पित की गई भूमि की ऎवज में जिन खातेदारों को मुआवजा जाना शेष है, उनकी पत्रावलियों का अध्ययन कर शेष मुआवजा भी शीघ्र दिया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।
श्री रविकांत ने बताया कि मुआवजे से शेष रहे 60 आरक्षण पत्र धारकों की सूची तैयार कर उनकों लॉटरी के माध्यम से विकसित भूमि दिए जाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि जेडीए द्वारा आने वाले समय में अवाप्ताधीन भूमियों के संबंध में खातेदारों से आपसी सहमति से विवाद सुलझा कर विकास कार्य को गति दी जाएगी। अन्य जोन में भी इसी तरह नीति बनाकर कार्य किया जाएगा।



































