छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया छत्तीसगढ़ में गांधी जी के आगमन से संबंधित स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं: राज्यपाल श्रीमती पटेल : राज्यपाल ने राजभवन में आयोजित प्रदर्शनी का किया अवलोकन
प्रदर्शनी की अवधि को आम नागरिकों के लिए दो दिनों तक बढ़ाने के निर्देश
05 और 06 अक्टूबर को भी रहेगा प्रदर्शनी अवलोकन के लिए ओपन हाउस
रायपुर, 04 अक्टूबर 2018 राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहां राजभवन के दरबार हाल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राज्यपाल ने बच्चों के उत्साह को देखते हुए प्रदर्शनी की अवधि को दो दिनों तक बढ़ाने के निर्देश दिए। इस दौरान अब प्रदर्शनी अवलोकन के लिए 05 एवं 06 अक्टूबर को भी ओपन हाउस रहेगा। अब तक लगभग तीन हजार विद्यार्थियों तथा आम नागरिकों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया है।
राज्यपाल ने विशेष रूप से महात्मा गांधी के छत्तीसगढ़ प्रवास वाले खंड में रूचि ली, छायाचित्र देखे और यहां पर दिए गए भाषण की प्रतिलिपि को पढ़ा। उन्हें बताया गया कि गांधी जी वर्ष 1933 को छत्तीसगढ़ आए थे और सप्रे स्कूल के मैदान में आम सभा ली। वे हरिजन उत्थान अभियान के तहत बलौदाबाजार गए थे और एक निजी मंदिर को हरिजनों के लिए खोलने की घोषणा की थी। राज्यपाल ने ‘छत्तीसगढ़ में गांधी’ से संबंधित प्रदर्शित संग्रह की सराहना की और सुझाव दिया कि छत्तीसगढ़ के जिन स्थानों पर महात्मा गांधी गए थे, उन स्थानों में कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिए ताकि नई पीढ़ी को भी इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी हो। राज्यपाल ने महात्मा गांधी के जीवन के सारे प्रसंगों पर आधारित छायाचित्र का भी निरीक्षण किया।
उसके पश्चात राज्यपाल ने गांधी साहित्य के स्टाल का भी अवलोकन किया। वेे प्रदर्शनी के खादी ग्राम उद्योग के स्टाल में गईं और अंबर चरखे का निरीक्षण करते हुए कारीगर द्वारा प्रतिदिन काते जाने वाले सूत की मात्रा और मिलने वाले मेहनताना की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्टाल में प्रदर्शित खादी उत्पादों में भी रूचि दिखाई।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने प्रदर्शनी में लगाए गए स्वच्छ भारत मिशन के स्टाल का भी अवलोकन किया और राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी ली। उन्हें राज्य स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ 04 जनवरी 2018 को (पहुंचविहीन क्षेत्रों को छोड़कर) खुले में शौचमुक्त हो गया है। साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण (ग्रामीण)-2018 में छत्तीसगढ़ के सरगुजा और सूरजपुर जिले को पूर्वी क्षेत्र का प्रथम पुरस्कार दिया गया है। राज्यपाल ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह सर्वे कर पता लगाया जाए कि खुले में शौचमुक्त होने के पश्चात प्रदेश में संक्रामक बीमारियों में कितनी कमी आई है।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सुरेन्द्र कुमार जायसवाल, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति श्री मानसिंह परमार, छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष आचार्य श्री रमेन्द्रनाथ मिश्र, छत्तीसगढ़ हिंदी ग्रंथ अकादमी के अध्यक्ष श्री शशांक शर्मा, राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री एन. के. चन्द्रवंशी, उप सचिव श्रीमती रोक्तिमा यादव उपस्थित थे।
प्रदर्शनी की अवधि को आम नागरिकों के लिए दो दिनों तक बढ़ाने के निर्देश
05 और 06 अक्टूबर को भी रहेगा प्रदर्शनी अवलोकन के लिए ओपन हाउस
रायपुर, 04 अक्टूबर 2018 राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहां राजभवन के दरबार हाल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राज्यपाल ने बच्चों के उत्साह को देखते हुए प्रदर्शनी की अवधि को दो दिनों तक बढ़ाने के निर्देश दिए। इस दौरान अब प्रदर्शनी अवलोकन के लिए 05 एवं 06 अक्टूबर को भी ओपन हाउस रहेगा। अब तक लगभग तीन हजार विद्यार्थियों तथा आम नागरिकों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया है।
राज्यपाल ने विशेष रूप से महात्मा गांधी के छत्तीसगढ़ प्रवास वाले खंड में रूचि ली, छायाचित्र देखे और यहां पर दिए गए भाषण की प्रतिलिपि को पढ़ा। उन्हें बताया गया कि गांधी जी वर्ष 1933 को छत्तीसगढ़ आए थे और सप्रे स्कूल के मैदान में आम सभा ली। वे हरिजन उत्थान अभियान के तहत बलौदाबाजार गए थे और एक निजी मंदिर को हरिजनों के लिए खोलने की घोषणा की थी। राज्यपाल ने ‘छत्तीसगढ़ में गांधी’ से संबंधित प्रदर्शित संग्रह की सराहना की और सुझाव दिया कि छत्तीसगढ़ के जिन स्थानों पर महात्मा गांधी गए थे, उन स्थानों में कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिए ताकि नई पीढ़ी को भी इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी हो। राज्यपाल ने महात्मा गांधी के जीवन के सारे प्रसंगों पर आधारित छायाचित्र का भी निरीक्षण किया।
उसके पश्चात राज्यपाल ने गांधी साहित्य के स्टाल का भी अवलोकन किया। वेे प्रदर्शनी के खादी ग्राम उद्योग के स्टाल में गईं और अंबर चरखे का निरीक्षण करते हुए कारीगर द्वारा प्रतिदिन काते जाने वाले सूत की मात्रा और मिलने वाले मेहनताना की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्टाल में प्रदर्शित खादी उत्पादों में भी रूचि दिखाई।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने प्रदर्शनी में लगाए गए स्वच्छ भारत मिशन के स्टाल का भी अवलोकन किया और राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी ली। उन्हें राज्य स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ 04 जनवरी 2018 को (पहुंचविहीन क्षेत्रों को छोड़कर) खुले में शौचमुक्त हो गया है। साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण (ग्रामीण)-2018 में छत्तीसगढ़ के सरगुजा और सूरजपुर जिले को पूर्वी क्षेत्र का प्रथम पुरस्कार दिया गया है। राज्यपाल ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह सर्वे कर पता लगाया जाए कि खुले में शौचमुक्त होने के पश्चात प्रदेश में संक्रामक बीमारियों में कितनी कमी आई है।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सुरेन्द्र कुमार जायसवाल, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति श्री मानसिंह परमार, छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष आचार्य श्री रमेन्द्रनाथ मिश्र, छत्तीसगढ़ हिंदी ग्रंथ अकादमी के अध्यक्ष श्री शशांक शर्मा, राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री एन. के. चन्द्रवंशी, उप सचिव श्रीमती रोक्तिमा यादव उपस्थित थे।