काँकेर वेली फ्रेश सीताफल ब्रांड, एसएच्जी महिलाओं की इनकम होगी २५ लाख

पारदर्शी पैकिंग में रखे हुए बेहद मीठे गूदे वाले यह सीताफल कांकेर से सभी जगह भेजे जा रहे हैं. कांकेर के जंगलों की मिठास याने प्योर ऑर्गेनिक सीताफल, इसी खासियत के कारण सभी इलाकों में कांकेर सीताफल बहुत फेमस हो गया है और लोग अभिषेक नाम से मांगते हैं चलिए इसके पीछे की पूरी कहानी बताते हैं आपको कि किस तरह सीताफल जंगलों से निकलकर महिलाओं के हाथों से होते हुए आप तक पहुंचने हैं.
कांकेर का सीताफल है खास, दूर-दूर तक पहुंच रही मिठास : स्वसहायता समूह की महिलाओं सहित अन्य को 25 लाख रुपये तक होगा लाभ, इस वर्ष 200 टन सीताफल विपणन का है लक्ष्य
कांकेर जिले में 3 लाख 19 हजार है सीताफल के पौधे
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर, 16 अक्टूबर 2019 - सीताफल का स्वाद आखिर कौन नही लेना चाहता। इसकी मिठास और स्वाद इतना बढ़िया है कि सीजन में इस फल को हर कोई स्वाद चखना चाहता है। यह फल जितना मीठा है, उतना ही स्वादिष्ट और पौष्टिक भी है। कांकेर जिले में इस फल की न सिर्फ प्राकृतिक रूप से खूब पैदावार हो रही है, हर साल उत्पादन एवं विपणन भी बढ़ रहा है। कांकेर के सीताफल की अपनी अलग विशेषता होने की वजह से ही अन्य स्थानों से भी इस फल की डिमांड आ रही है। स्थानीय प्रशासन द्वारा सीताफल को न सिर्फ विशेष रूप से ब्रांडिंग, पैकेजिंग एवं मार्केटिंग में सहयोग कर इससे जुड़ी महिला स्व सहायता समूह को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है। उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी दिया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि इस वर्ष सीताफल का ग्रेडिंग और संग्रहण करने वाली स्व सहायता की महिलाओं एवं इससे जुड़े पुरुषों को लगभग 25 लाख रुपये तक की आमदनी होने की उम्मीद है। प्रशासन द्वारा कांकेर वैली फ्रेश सीताफल के रूप में अलग-अलग ग्रेडिंग कर 200 टन विपणन का लक्ष्य रखा गया हैं।

    वैसे तो सीताफल का उत्पादन अन्य जिलों में भी होता है लेकिन कांकेर जिला का यह सीताफल राज्य में प्रसिद्ध है। यहाँ प्राकृतिक रूप से उत्पादित सीताफल के 3 लाख 19 हजार पौधे हैं, जिससे प्रतिवर्ष अक्टूबर से नवम्बर माह तक 6 हजार टन सीताफल का उत्पादन होता है। यहां के सीताफल के पौधौ में किसी भी प्रकार के रासायनिक खाद या कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया जाता है। यह पूरी तरह जैविक होता है। इसलिए यह स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी होता हैं। यहां से प्राकृतिक रूप से उत्पादित सीताफल को आसपास की ग्रामीण महिलाएं एवं पुरूष संग्रह कर बेचते आ रहे हैं। इससे थोड़ी बहुत आमदनी उनको हो जाती थी। लेकिन उन्हें पहले कोई ऐसा मार्गदर्शक नही मिला जो मेहनत का सही दाम दिला सके। कुछ कोचिए और बिचौलियों द्वारा औने-पौने दाम में वनवासी ग्रामीण संग्राहकों से सीताफल खरीदकर अधिक दाम में बेचा जाता था। इसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा संग्राहकों को आर्थिक लाभ के साथ आत्मनिर्भर बनने की राह बताई गई। स्वसहायता समूह के माध्यम से सीताफल को बाजार तक पहुचाने के उपाय बताए गए। इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षण और साधन उपलब्ध कराकर स्थानीय लोगों को वास्तविक फायदा पहुंचाने की पहल की गई। 

  अब स्थानीय संग्राहक गांव में ही सीधे स्वसहायता समूह की महिलाओं को सीताफल विक्रय कर उचित दाम प्राप्त करते है। समूह से जुड़ी महिलाएं रायपुर, धमतरी सहित दुर्ग भिलाई के मरीन ड्राइव, मंडी एवं अन्य शहरों में सीताफल बेचकर लाभ कमा रही है। शासन की पहल पर वन विभाग द्वारा स्वसहायता समूह की महिलाओं को पैकेजिंग और वाहन की सुविधा प्रदान की गई है। एक अलग मिठास लिए इस सीताफल का स्वाद अन्य राज्यों के लोगों तक भी पहुंच चुकी है। यही वजह है कि कुछ बड़े व्यवसायी इसे कोलकाता तक विक्रय के लिए ले जाना चाहते है। इस संबंध में शासन की ओर से कलकत्ता और वारंगल में सीताफल विक्रेताओं की बात हो रही है, वहां लगभग 5 से 10 टन सीताफल की मांग की गई है।

    राज्य सरकार द्वारा स्वसहायता समूह की महिलाओं को सीताफल के पैकेजिंग, विपणन और सीताफल पल्पिंग के प्रशिक्षण के लिए कार्यशालाओं का आयोजन भी किया गया। सीताफल संग्रहण के लिए 28 सीताफल कलेक्शन सेंटरो में विशेष ट्रैनिंग दिया गया है। वर्तमान में काँकेर, चारामा और नरहरपुर विकासखंड के 77 ग्रामों में कलेक्शन पॉइन्ट बनाकर महिला समूहों के माध्यम से सीताफल संग्रह का कार्य शुरू कर दिया गया है तथा सड़क के किनारे बैठने वाले सीताफल विक्रेताओं को भी स्वसहायता समूह के माध्यम से सीताफल बेचने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सीताफल का दुगुना व्यवसाय महिला स्वसहायता समूह के माध्यम से किया जाएगा।

    काँकेर वेली फ्रेश सीताफल के ब्रांड नाम से सीताफल की ग्रेडिंग कर मार्केटिंग के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जा रहा है। काँकेर वेली फ्रेश का सीताफल 20 किलोग्राम के कैरेट और एक किलोग्राम के बॉक्स में बिक्री के लिए उपलब्ध है। प्रशासन द्वारा सीताफल की खरीदी महिला स्वसहायता समूह के माध्यम से हो सके इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई हैं। संग्राहकों के साथ ग्रेडिंग करने वाली महिलाओं को लाभ पहुंचाने और सीताफल आसानी से सभी लोगों तक पहुंच सके इस दिशा में भी कदम उठाया गया हैं। यहाँ संग्रहण एवम ग्रेडिंग से जुड़े लोगों के अलावा कांकेर के लोगों को भी खुशी है कि प्रशासन के इस पहल से स्थानीय लोगों को लाभ मिलने के साथ उनके जिले के सीताफल की पहचान लगातार बढ़ती जा रही है।

इन आईडी कार्ड से उप निर्वाचन चित्रकोट में आप वोट दाल सकते हैं

बस्तर के चित्रकूट में उप निर्वाचन होना है और आपको चिंता होगी कि आप किस-किस आईडेंटिटी कार्ड से अपना वोट अपने पसंद के प्रत्याशी को दे सकते हैं. उप निर्वाचन होने से यह एक इंपॉर्टेंट चुनाव है और हर वोट की कीमत होती है. भारत चुनाव आयोग के निर्देश आ गए हैं और वह मीडिया छत्तीसगढ़ न्यूज़ आपको बताती है कि कौन-कौन सा आईडेंटिटी कार्ड आपके पास है तो वह लेकर जाएं और अपना वोट चित्रकूट उप निर्वाचन में डालकर आ सकते हैं.
उप निर्वाचन मतदान के लिए 11 प्रकार के पहचान पत्रों का उपयोग : निर्वाचन आयोग ने जारी किया आदेश

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर 16 अक्टूबर 2019 -  कार्यालय मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रायपुर द्वारा भारत निर्वाचन आयोग के जारी आदेश के तहत विधानसभा उप निर्वाचन(चित्रकोट)-2019 के मतदान दिवस पर मतदाता पहचान पत्र के फोटो वोटर स्लिप के स्थान पर ईपीक कार्ड के अलावा अन्य 11 प्रकार के वैकल्पिक पहचान पत्रों को मतदान के लिए मान्य किया गया।
ईपीक के अलावा अन्य 11 वैकल्पिक पहचान पत्रों में पासपोर्ट, ड्राईविंग लाइसेन्स, राज्य-केन्द्र सरकार के लोक उपक्रम, पब्लिक लिमिटेड कम्पनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंकों-डाकघरों द्वारा जारी की गई फोटोयुक्त पासबुक, पैन कार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटो युक्त पेंशन दस्तावेज, सांसदों, विधायकों-विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र और आधार कार्ड के आधार पर मतदाता मतदान कर सकते हैं।

विज्ञान प्रदर्शनी व्याख्यान छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी

46वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी में कुलपति डॉ. श्रीमती अरूणा पल्टा एवं डॉ. प्रदीप शर्मा ने दिया व्याख्यान
रायपुर, 16 अक्टूबर 2019 - राजधानी रायपुर के बीटीआई मैदान शंकरनगर में आयोजित बच्चों के लिए 46वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी में आज मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ.प्रदीप शर्मा यूज ऑफ साइंस इन सॉलविंग प्राबलम ऑफ रूरल लाईफ पर और हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने हेल्थ एंड न्यूट्रीशन फॉर ऑल विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ.श्रीमती अरूणा पल्टा ने अपने व्याख्यान में कहा कि मनुष्य को शरीर के साथ-साथ मानसिक और सामाजिक रूप से भी स्वस्थ होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि टेलर अलग-अलग व्यक्तियों के लिए उसके शरीर के अनुरूप कपड़े सिलता है, उसी प्रकार प्रत्येक व्यक्ति को अपने शरीर के जरूरत के मुताबिक विटामिन युक्त संतुलित भोजन करना चाहिए।
    मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ.प्रदीप शर्मा ने छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी विषय पर अपना व्याख्यान दिया। श्री शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ से नर्मदा और सोन जैसी बड़ी नदियां निकली है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहले 32 हजार 700 नाले वर्ष में दस महीने निरंतर बहते रहते थे, किन्तु वर्तमान में केवल 5-10 प्रतिशत नाले बचे हैं, जिनमें छह माह पानी बहता है। उन्होंने इसकी वजह ग्लोबल वार्मिंग को बताया। श्री शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश में भू जल संवर्धन को बढ़ाने के लिए नरवा योजना लागू की गई है। इससे प्रदेश के कुंओं और हैण्डपंपों में पानी आएगा और जमीन के भीतर पानी ज्यादा रहने से तापमान भी कम रहेगा। उन्होंने पशुपालन की महत्ता को बताते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए गौठान योजना के लाभ से बाल वैज्ञानिकों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि घुरूवा के जैविक खाद से फसलों को कितना फायदा होता है और जैविक खाद के उपज के उपयोग से मनुष्य निरोगी रह सकता है। श्री शर्मा ने बाड़ी योजना के महत्व को बताने हुए विभिन्न प्रांतों से आए बाल वैज्ञानिकों को अपने-अपने स्कूलों में किचन गार्डन लगाने की बात कही। इस मौके पर डॉ. प्रदीप शर्मा ने गुजरात के गांधी नगर, दिल्ली, बिहार, हिमांचल प्रदेश के प्रतिभागियों के प्रश्नों का जवाब देकर उनके जिज्ञासाओं को शांत किया।

राजधानी रायपुर के बीटीआई मैदान शंकरनगर में आयोजित बच्चों के लिए 46वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी में आज से 19 तारीख तक प्रतिदिन 3 से 5 बजे तक वैज्ञानिकों से बातचीत होगी। इसी कड़ी में आज जैविक खेती विषय के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अम्बिका टंडन जैविक खेेती के संबंध में बताएंगे। देश के विभिन्न प्रांतो से प्रदर्शनी में आए बाल वैज्ञानिकों से बातचीत करेंगे और उनके प्रश्नों का उत्तर देंगे। 17 अक्टूबर को खगोल विज्ञान विषय पर डॉ. लक्ष्मीकांत चावरे एवं शिक्षा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर डॉ.के.बी. बंसोड़े बाल वैज्ञानिकों से बातचीत करेंगे। 18 अक्टूबर को प्रसिद्ध वनस्पतिविद् प्रोफेसर एम.एल. नायक जैव विविधता विषय पर तथा 19 अक्टूबर को जनजातीय परम्पराओं की जानकारी नृतत्व वैज्ञानिक प्रोफेसर अशोक प्रधान एवं अंधविश्वास के खिलाफ जंग विषय पर अंध श्रद्धा निवारण समिति रायपुर के डॉ.दिनेश मिश्र बताएंगे और बाल वैज्ञानिकों के प्रश्नों का उत्तर देंगे।  

सर्व आदिवासी सम्मेलन खुड़िया लोरमी मुगेली में मंत्री ने क्या कहा?

वन क्षेत्रों में काबिज आदिवासियों को वन भूमि का मिलेगा पट्टा : खाद्य मंत्री शामिल हुए सर्व आदिवासी सम्मेलन में
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर 16 अक्टूबर 2019 - खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री अमरजीत भगत मुगेली जिले के विकासखण्ड लोरमी के वनांचल ग्राम खुड़िया में आयोजित सर्व आदिवासी समाज सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होनें सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों और आदिवासियों के हित में कार्य कर रही है। सरकार बनते ही 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी, किसानों का कर्ज माफी, बिजली बिल आधा और तेंदू पत्ता संग्रहण दर 4000 रुपया प्रति मानक बोरा करने का निर्णय लेकर किसानो के समन्वित विकास के लिए गया है। उन्होने कहा वन भूमि में काबिज वनवासियों को उनके द्वारा काबिज वन भूमि का पट्टा दिया जाएगा। उन्होनें कहा कि आदिवासी समाज की गौरव शाली इतिहास और संस्कृति हैं, इसे बनाए रखने के लिए राज्य शासन के साथ साथ आदिवासी समाज भी आगे आये हैं। उन्होनें समाज की गौरव शाली इतिहास एवं परंपराओं को बनाए रखने के लिए सर्व आदिवासी समाज को अपनी बधाई और शुभकामनाएँ दी।
    श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़वासियों को अपनेपन का एहसास कराने के लिए विभिन्न त्यौहारों पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है इससे छत्तीसगढ़वासी गौरवान्वित महसूस कर रहे है। उन्होनें एक तीर एक कमान सर्व आदिवासी एक समान के नारे देते हुए समाज को संगठित होने और बच्चों को शिक्षा देकर संस्कारवान बनाने की बात कही। श्री भगत ने कहा कि वनांचल क्षेत्र खुड़िया के किसानों द्वारा बहुत दिनों से धान खरीदी केन्द्र स्थापित करने की माँग की जा रही थी अब उनकी माँगे पूरी हो गई है और यहां के किसानों को समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए 40 किलो मीटर दूर अन्य केन्द्र में जाना नही पड़ेगा। अवसर पर उन्होनें स्थानीय कर्मा नर्तक दल को 5000 रुपए देने की घोषणा की। सर्व आदिवासी सम्मेलन को श्रीरामजी ध्रुव और श्री जनक राम ध्रुव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री पूर्व विधायक श्री चन्द्रभान बारमते, श्रीमती माया रानी सिंह, गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सर्व आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।

मंत्री बैठक के बाद तत्काल सड़कों की मरम्मत शुरू बरसाती टूट-फूट का सुधार

मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री के निर्देश पर त्वरित अमल : प्रदेश में बारिश थमते ही सड़कों की मरम्मत शुरू
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर 16 अक्टूबर 2019 - लोक निर्माण विभाग द्वारा सुगम यातायात और जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए बारिश थमते ही सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप विभागीय मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के सभी कार्यपालन अभियंताओं की बैठक लेकर सड़कों की मरम्मत और निर्माण कार्याें में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। लोक निर्माण मंत्री श्री साहू  के निर्देश पर त्वरित अमल करते हुए।

लोक निर्माण संभाग कोरबा द्वारा पाली-पोडी-सिल्ली-रतनपुर सड़क 21.20 किलोमीटर का बीटी पेंच वर्क शुरू हो गया है। यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग के पास से निकलती है और बिलासपुर-कटघोरा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 रतनपुर मदवानी के पेण्ड्रा रोड मार्ग में मिलती है। यह कोरबा को बिलासपुर से जोड़ने वाला मुख्य जिला मार्ग है। इसी तरह लोक निर्माण संभाग दुर्ग में चिटनवीस मार्ग एल-3.40 किलोमीटर बीटी पेंच वर्क पूर्ण हो गया है।

विभागीय मंत्री, लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राज्य के सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए गुणवत्ता के साथ मरम्मत के निर्देश दिए हैं।

550वें प्रकाश पर्व पर मंत्री को आमंत्रण, नगर कीर्तन (शोभा यात्रा) एवं गुरू पर्व

श्री गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर नगर कीर्तन में शामिल होने नगरीय प्रशासन मंत्री को आमंत्रण
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर 16 अक्टूबर 2019 - नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया से आज यहां उनके निवास कार्यालय में गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी स्टेशन रोड रायपुर के  प्रतिनिधि मण्डल ने सौजन्य मुलाकात की। डॉ. डहरिया को उनके द्वारा श्री गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर आयोजित नगर कीर्तन (शोभा यात्रा) एवं गुरू पर्व में शामिल होने आमंत्रित किया गया है।
ज्ञातव्य है कि सिक्ख धर्म के प्रथम गुरू श्री गुरूनानक देव जी का 550वां प्रकाश पावन पर्व इस वर्ष 12 नवम्बर 2019 मंगलवार को राजधानी रायपुर स्थित खालसा स्कूल परिसर (कचहरी चौक) में श्रद्धा और उत्साह पूर्वक मनाया जाएगा। श्री गुरूनानक देव जी की जयंती के उपलक्ष्य में 8 नवम्बर 2019 शुक्रवार को शोभा यात्रा, गुरूद्वारा श्री गुरू सिंघ सभा स्टेशन रोड रायपुर से निकाली जाएगी और गुरूद्वारा श्याम नगर में सम्पन्न होगा। नगरीय प्रशासन मंत्री ने समाज जनों एवं गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रतिनिधि मण्डल को श्री गुरूनानक देव जी के 550वें जयंती एवं प्रकाश पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने समाज जनों का आमंत्रण सहर्ष स्वीकार कर लिया।
इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष श्री दिलीप सिंघ होरा सहित सर्वश्री इन्द्रजीत सिंघ छाबड़ा, उपाध्यक्ष श्री हरबंश सिंघ चावला, प्रीतपाल सिंघ होरा, सुरेन्द्र पाल सिंघ हंस पाल और भगत सिंघ छाबड़ा तथा अन्य सदस्य शामिल थे।

नहीं रुकेगा अब शिक्षा कर्मी का वेतन, सरकार के कड़े निर्देश

आप शिक्षाकर्मियों / शिक्षाकर्मी हैं और आपके वेतन नहीं मिल रहा है तनखा नहीं मिल रही है ऐसे घर चलाने की तकलीफ है खर्चे की चिंता है अब आप चिंता मुक्त हो जाइए सरकार के कड़े निर्देश आ गए हैं सभी पंचायतों में पर्याप्त पैसा रहता है उसे ड्रॉ करना है और शिक्षाकर्मी को वेतन देंगे
रायपुर: शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान के संबंध में पंचायत संचालनालय ने सभी जिला पंचायत सीईओ को लिखा पत्र, जिला पंचायत को आंबटित सभी मांग संख्या की राशियों के आहरण-भुगतान के निर्देश
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर. 16 अक्टूबर 2019 - पंचायत संचालनालय ने पंचायत संवर्ग के शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान के लिए राशि आहरण के संबंध में सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखा है। पंचायत विभाग के संचालक श्री जितेन्द्र शुक्ला ने पत्र के माध्यम से जिला पंचायतों के सीईओ को निर्देशित किया है कि जिन-जिन मांग संख्याओं में जिला पंचायत को राशि आबंटित की गई है, उन सभी मांग संख्याओं की राशि का आहरण और भुगतान करें। शिक्षाकर्मियों के वेतन के लिए शासन द्वारा राशि अनुदान के रूप में दी जाती है।

संचालक, पंचायत ने पत्र में जानकारी दी है कि शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान के संबंध में विभाग द्वारा पूर्व में भी स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। परंतु कुछ जिला पंचायतों द्वारा इसका पालन नहीं किया जा रहा है। जिला पंचायतों द्वारा पर्याप्त बजट होने के बाद भी भुगतान न कर अनावश्यक रूप से अलग-अलग मांग संख्या में बजट मांगा जाता है जो कि उचित नहीं है। उन्होंने शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान के संबंध में विभागीय निर्देशों का कड़ाई से पालन करने कहा है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव का दौरा कार्यक्रम
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर. 16 अक्टूबर 2019 -  पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव 17 अक्टूबर को एक दिवसीय प्रवास पर कोंडागांव और कांकेर जाएंगे। वे 17 अक्टूबर को सवेरे 9 बजे रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा कोंडागांव के लिए रवाना होंगे। वे सवेरे पौने दस बजे कोंडागांव कलेक्टोरेट में विभागीय समीक्षा बैठक लेंगे।

      श्री सिंहदेव विभिन्न स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद शाम 4 बजे कोंडागांव से हेलीकॉप्टर द्वारा कांकेर जिले के चारामा के लिए प्रस्थान करेंगे। वे शाम साढ़े 4 बजे चारामा में स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होंगे। वे शाम साढ़े 7 बजे चारामा से हेलीकॉप्टर द्वारा रायपुर के लिए रवाना होंगे। श्री सिंहदेव रात साढ़े नौ बजे वापस रायपुर पहुंचेंगे।

सरकार देगी ढाई लाख, अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना पूरी जानकारी

इंटर कास्ट मैरिज करने पर सरकार का फुल सपोर्ट, बन गए हैं कड़े नियम, आइए हम बताते हैं किस तरह इंटर कास्ट मैरिज याने अंतर जाति विवाह करने पर सरकार आपको सहयोग करती है सपोर्ट करती है और प्रशंसा पत्र देती है. इंटर केस्ट मैरिज में ढाई लाख मिलेगा सरकार से साथ में एक सर्टिफिकेट मिलेगा अच्छे काम का प्रशंसा पत्र और इसके लिए सन 1978 में नियम बनाया गया है चलिए जानते हैं पूरी बात
‘अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना‘  : दम्पत्तियों को मिलेगा ढाई लाख प्रोत्साहन राशि एवं प्रशंसा पत्र

 छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर, 16 अक्टूबर 2019 - छत्तीसगढ़ अस्पृश्यता निवारणार्य अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना नियम 1978 (यथा संशोधित नियम 2019 के अनुसार) अंतर्जातीय विवाह करने वाले दम्पत्तियों को 2 लाख 50 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि एवं प्रशंसा पत्र प्रदान की जायेगी। प्रोत्साहन राशि प्रति दम्पत्ति उनसे भुगतान पूर्व 10 रूपये के रसीद नान-ज्युडिशियल के स्टॉप पेपर पर प्राप्त होने पर एक लाख रूपए दम्पत्ति के संयुक्त बैंक खाते में आरटीजीएस अथवा एनईएफटी के माध्यम से जमा कराया जाएगा। शेष डेढ़ लाख रूपए दम्पत्ति के संयुक्त नाम एवं सहायक यायुक्त आदिवासी विकास के पद नाम के संयुक्त रूप से राष्ट्रीयकृत बैंक में 3 वर्ष के लिए फिक्स डिपोजिट रखा जाएगा। एफडी संबंधित सहायक आयुक्त आदिवासी विकास की शासकीय अभिरक्षा में रहेगी। एफडी की निर्धारित अवधि समाप्ति के अधिकतम 2 वर्ष के भीतर दम्पत्ति द्वारा स्वयं उपस्थित होकर राशि प्राप्त करनी होगी अन्यथा एफडी आहरित कर राशि शासकीय खजाने में जमा कर दी जाएगी। दम्पत्ति में से किसी एक की मृत्यु की दशा में जीवित सदस्य को एफडी की राशि का भुगतान किया जाएगा।
    अधिकारियों ने आज यहां बताया कि अंतर्जातिय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत प्रदान की जाने वाली राशि के लिए आवेदन दम्पत्ति में से जो अनुसूचित जाति वर्ग का है जिन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के जिस जिले से मूल्य निवास एवं जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया है उसी जिले के कलेक्टर अथवा सहायक आयुक्त आदिवसी विकास विभाग के कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते है। आवेदक दम्पत्ति मेें से अनुसूचित जाति सदस्य को अनुसूचित जाति का सक्षम अधिकारी द्वारा जारी स्थाई प्रमाण पत्र की सत्यापित छायाप्रति तथा गैर अनुसूचित जाति सदस्य को गैर अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र संसद सदस्य, विधानसभा सदस्य, कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, नगर निगम एवं नगर पालिका अध्यक्ष से प्राप्त प्रामाण पत्र की छायाप्रति प्रस्तुत करना होगा। प्रोत्साहन राशि पात्रता के लिए अंतर्जातीय विवाह करने की तिथि से एक वर्ष की अवधि के अन्दर आवेदन करना होगा।
    अधिकारियों ने बताया कि अंतर्जातीय विवाह को हिन्दु मैरिज एक्ट-1955 के तहत सक्षम अधिकारी के कार्यालय में पंजीकृत होना अनिवार्य है। दम्पत्ति में से किसी की भी आयु 35 वर्ष से अधिक न हो तथा युवक की आयु 21 वर्ष तथा युवती की आयु 18 वर्ष से कम न हो। दम्पत्ति में से अनुसूचित जाति के व्यक्ति को छत्तीसगढ़ का मूल्य निवासी अनिवार्य है। दम्पत्ति में से कोई भी छत्तीसगढ़ अथवा अन्य किसी भी राज्य से ऐसी किसी योजना से लाभान्वित न हुआ हो। द्वितीय विवाह पर कोई राशि देय नहीं होगी। परंतु विधवा महिला द्वारा पुनर्विवाह करने पर इस योजना का लाभ लेने के पात्र होगी। केन्द्र अथवा राज्य सरकार में से किसी एक योजना का ही लाभ लिया जा सकता है। आवेदन पत्रों की छानबीन कलेक्टर द्वारा अधिकृत अधिकारी, उपसंचालक, समाज कल्याण तथा सहायक आयुक्त आदिवासी विकास की तीन सदस्यीय छानबीन समिति द्वारा की जाएगी। 

फलों के छिलके सेलाकुई स्टूडेंट ने वाटर फ़िल्टर बनाया,बीटीआई शंकर नगर में विज्ञान प्रदर्शनी की रिपोर्ट

स्कूली बच्चों के बनाए मॉडल आपको हैरान कर देंगे जनस्मि विज्ञान प्रदर्शनी में पूरे भारत के अलग-अलग हिस्सों से आए हुए बच्चों ने जिंदगी के रोजमर्रा की चीजों पर चिंता करते हुए अनेकों मॉडल पेश किए हैं यह बड़े आश्चर्य का विषय है की जो बात बड़े बड़ों को नहीं सोचती वह इन बच्चों ने अपने आसपास के और स्वयं अपनी दिक्कतों का हल इन मॉडलों से बताने की कोशिश की है , रायपुर : बाल वैज्ञानिकों ने मॉडलों से बताया जीवन की चुनौतियों का समाधान
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर, 16 अक्टूबर 2019 - बच्चों के लिए 46वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। यहां देशभर से आए बाल वैज्ञानिकों ने जीवन की चुनौतियों के समाधान को मॉडल के माध्यम से अपनी सोच के आधार पर प्रस्तुत किया है। शंकर नगर बीटीआई मैदान में आयोजित चलित विज्ञान प्रदर्शनी का रायपुर, सूरजपुर, तिल्दा-नेवरा आदि जगहों के स्कूलों से 700 बच्चों ने अवलोकन किया। प्रदर्शनी का मुख्य विषय ‘‘जीवन में चुनौतियों के लिए वैज्ञानिक समाधान’’ है। मॉडल एवं प्रादर्शो का प्रदर्शन छह भागों-कृषि एवं जैविक खेती, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, संसाधन  प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन, परिवहन और संचार तथा गणितीय प्रतिरूपण में किया गया है।
    छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से प्रस्तुत प्रादर्श जिसमें हाथी के आक्रमण से बचाव के उपाय सुझाए गए है आर्कषण का केंद्र रहा। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के कोरबा, जशपुर और अंबिकापुर मुख्य जिले में हाथी का आंतक वहॉ के निवासियो के लिए एक चुनौती है। इसी चुनौती को सोनिया बरेठ एवं राकेश टंडन ने विज्ञान के द्वारा समाधान के रूप में अपने प्रादर्श से प्रस्तुत किया है। गॉव के चारो ओर एक गहरा जलाशय बनाते हुए गॉव की ओर पूरी जलाशय के साथ-साथ ऊंची क्रांकीट की दीवाल बॉड्रीवॉल के रूप में बनायी गयी है जिससे हाथी गॉव में प्रवेश नहीं कर पाएगा। यह प्रादर्श शासन के लेमरू एलीफेंट रिजर्व की योजना को ही साकार करता है।
स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के विषय पर आधारित चुनौतियों का सामना करने के लिए रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विद्यापीठ नारायणपुर छत्तीसगढ़ की छात्राओं कुमारी शारदा पोटाई और भूमिका दीवान ने औद्योगिक अपशिष्टों और अनुपयोगी जल का नवीन तकनीक का उपयोग करते हुए उपचारित कर नदियों या अन्य जल स्त्रोतों में प्रवाहित करने के लिए प्रादर्श का प्रदर्शन इसे सक्षम बनाने के उद्देश्य से किया है।
    कृषि और जैविक खेती विषय पर आधारित गुजरात राज्य के राजकोट जिले के श्री उजाला प्राथमिक विद्यालय उजाला पिपर्डी जामकंदोरणा के विद्यार्थी भंडारी हर्ष रसिकभाई और पंसुरिया दीप रमेशभाई ने अभिनव स्प्रेयर के मॉडल के माध्यम से किसानों द्वारा खाद एवं कीटनाशक के छिड़काव के लिए छिड़काव यंत्र का प्रदर्शन किया है। मॉडल में छिड़काव बोतल में किसानों के जूतों से जुड़े वायु बल्ब के उपयोग द्वारा वायु दबाव उत्पन्न किया जाता है। कदमों के गतिशील होने के साथ वायु बल्ब संपीडि़त होता है, वायु के बहाव से यंत्र बोतल में वायु का दबाव बढ़ता है और अंत में पाइप के द्वारा बोतल में रखे खाद अथवा कीटनाशक का छिड़काव आसानी से किया जा सकता है।
    कृषि एवं जैविक खेती विषय पर ही आधारित उत्तरप्रदेश, गाजियाबाद, विजय नगर के सरकारी गर्ल्स इंटर कॉलेज की विद्यार्थी कुमारी सोना शर्मा द्वारा प्रदर्शित स्वचालित वाटरिंग व लाइटिंग प्रणाली का मॉडल पौधों के लिए स्वचालित सिंचाई तथा प्रकाशन तंत्र की व्याख्या करता है। मॉडल में सेंसर का प्रयोग किया गया है और यह पारस्परिक प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है। फैराडे के नियम का अनुसरण भी करता है। इसके अतिरिक्त यह जल संरक्षण के लिए भी सहायक है।
 अपशिष्ट प्रबंधन विषय पर आधारित चंडीगढ़ के चितकारा इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 25 (पश्चिम) उद्योग पथ स्कूल के विद्यार्थी मन मोहित और शैशादरन द्वारा पवन मीनार का मॉडल पवन की गति का विद्युत उर्जा में रूपांतरण के सिद्धांत पर आधारित है। मॉडल का उद्देश्य शहर की तेज हवा की शक्ति का विद्युत उर्जा के उत्पादन में उपभोग को दर्शाना है। यह मॉडल पवन टर्बाइन की कार्य प्रणाली को दर्शाता है। जिसमें पवन उर्जा एक रोटर के चारों ओर 2-3 ब्लैड की तरह प्रोपेलर को घुमाती है। यह रोटर एक जनिज को घुमाकर विद्युत उत्पन्न करता है।

अपशिष्ट प्रबंधन विषय पर आधारित महाराष्ट्र सांगली जवाहर नवोदय विद्यालय के विद्यार्थी एम.ए. सोहन वसंत कामले ने बहुउद्देशीय कृषि उपकरण का ऐसा मॉडल प्रस्तुत किया है। जिसमें एक ऐसी मशीन की कार्य प्रणाली को बताया गया है। जिसके एक भाग में विभिन्न प्रकार के यंत्र लगाकर अनेक कार्य किए जा सकते हैं। इस मशीन के द्वारा भुट्टे से मक्का के बीज और सूरजमुखी के फूल से बीज निकाले जा सकते हैं। इसमें नारियल छीलने और उसमें से नारियल के फल को निकालने का यंत्र लगाया जा सकता है। इससे फलों के बारिक टुकडे काटे जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त खेती के अन्य यंत्रों पर धार करने का कार्य भी किया जा सकता है।
अपशिष्ट प्रबंधन विषय पर आधारित उत्तराखण्ड देहरादून के तिब्बती चिल्ड्रन विलेज स्कूल सेलाकुई के विद्यार्थी तेनजिन जांगचुक और यांगचेन ल्हामो डुंग्त्सो ने एक साधारण हस्त निर्मित पानी फिल्टर के मॉडल के माध्यम से गंदे पानी को साफ करने का प्रदर्शन किया है। मॉडल में पानी की छनाई के लिए तीन अलग-अलग सामग्रियों का उपयोग किया जाता है। तीनों तरीकों में से प्रत्येक का उपयोग करके फिल्टर किए गए पानी की गुणवत्ता की तुलना की गई है। पहले में केले, संतरे और नींबू से खट्टे फलों के छिलके का उपयोग पानी को छानने के लिए किया गया है। दूसरे में ताजे कटे हुए फल का उपयोग और तीसरे में लकड़ी के कोयले का उपयोग किया गया है। 

नौकरी दिलाने के लिए सरकारी प्लेसमेंट कैंप सभी उद्योग संघ आ रहे हैं

 छत्तीसगढ़ सरकार की कोशिशों से एक खास चीज होने जा रही है पहली बार प्रदेश स्तरीय प्लेसमेंट कैंप जिसमें हर तरह की नौकरी के लिए तमाम उद्योग संघ के सभी सदस्य कंपनियां आएँगे और इस सरकारी प्लेसमेंट कैंप से लोगों का चयन कर उनको नौकरी देंगे

छत्तीसगढ़ में पहली बार राज्य स्तरीय प्लेसमेंट कैंप का आयोजन 21 अक्टूबर को  सेजबहार इंजीनियरिंग कॉलेज में
राज्य के शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए सुनहरा अवसर
प्लेसमेंट कैंप में देश एवं प्रदेश की लगभग 50 प्रतिष्ठित कम्पनियां युवाओं का करेगी चयन

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया - रायपुर, 16 अक्टूबर 2019 - छत्तीसगढ़ के युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय स्तर की कम्पनियों में रोजगार उपलब्ध कराने राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में पहली बार राज्य स्तर पर प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया जा रहा है। यह प्लेसमेंट कैंप रायपुर सेजबहार स्थित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय में 21 अक्टूबर 2019 को किया जाएगा। तकनीकी शिक्षा संचालनालय द्वारा शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय के अधिक से अधिक विद्यार्थियों का प्लेसमेंट राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतिष्ठित कंपनियों में करवाने हेतु अवसर प्रदान करने के लिए राज्य स्तरीय प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया जा रहा है। राज्य के तीन शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय रायपुर, बिलासपुर एवं जगदलपुर में तीन हजार 370 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। सत्र 2018-19 में तीनों शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय रायपुर से 82, बिलासपुर से 15 एवं जगदलपुर से मात्र 13 विद्यार्थियों का कैंपस प्लेसमेंट से चयन हुआ था।

    21 अक्टूबर को आयोजित होने वाले कैंपस प्लेसमेंट में प्रदेश एवं देश की लगभग 50 प्रतिष्ठित कंपनियॉ भाग ले रही हैं। तीनों महाविद्यालयों के लगभग 600 छात्र-छात्राओं को प्लसेमेंट कैंप में भाग लेंगे। मेकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल, माईनिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं टेलीकम्यूनिकेशन, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्प्यूटर साईंस, इनफारमेशन टेक्नालॉजी ब्रांच के विद्यार्थियों को रोजगार प्राप्त करने हेतु सुनहरा अवसर प्रदान किया जा रहा है।

    तकनीकी शिक्षा संचालनालय इस वर्ष शासकीय इंजीनियरिंग एवं पॉलीटेक्निक संस्थानों के  विद्यार्थियों के शत् प्रतिशत प्लेसमेंट के लिए प्रयासरत है। इस हेतु उक्त संस्थानों में प्लेसमेंट सेल का गठन किया गया है। प्लेसमेंट सेल के माध्यम से पूरे अकादमिक सत्र के दौरान निरंतर विद्यार्थियों के प्लेसमेंट हेतु सतत् प्रयास किया जाएगा। जिसकी निगरानी केन्द्रीय स्तर पर तकनीकी शिक्षा संचालनालय द्वारा की जाएगी। कैंपस प्लेसमेंट के आयोजन एवं बेहतर संचालन के लिए शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के प्लेसमेंट सेल के छा़त्र प्रतिनिधियों को 11 अक्टूबर 2019 को प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में छात्र प्रतिनिधियों को कैंपस प्लेसमेंट के विभिन्न गतिविधियों जैसे- छात्र-छात्राओं तथा कंपनियों के डाटाबेस तैयार करना, कंपनियों के साथ संपर्क स्थापित करना तथा प्लेसमेंट कैंप की अन्य बारिकियों के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में राज्य के प्रतिष्ठित संस्थानों भारतीय प्रबंधन संस्थान, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा अंर्तराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नया रायपुर के प्लेसमेंट सेल के छात्र प्रतिनिधियों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

    21 अक्टूबर को आयोजित प्लेसमेंट कैंप में औद्योगिक प्रतिष्ठानों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग तथा वाणिज्य एवं उद्योग विभाग की संयुक्त बैठक 10 अक्टूबर 2019 को आयोजित की गई थी। जिसमें भारतीय उद्योग परिसंघ, फिक्की, नैसकॉम, एसोचैम, छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कामर्स, छत्तीसगढ़ लघु उद्योग महासंघ एवं छत्तीसगढ़ के अन्य विभिन्न औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में राज्य के तकनीकी शिक्षा संस्थाओं के विद्यार्थियों के नियोजन एवं प्रशिक्षण के अवसरों में वृद्धि हेतु विचार-विमर्श किया गया। उद्योग संघों के प्रतिनिधियों द्वारा प्लेसमेंट कैंप में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने हेतु सहमति व्यक्त की गई।

अबूझमाड़ पर राज्यपाल की चिंता झलकी नरायनपुर कलेक्टोरेट में

अबूझमाड़ की जनता को दिलाएं शासकीय योजनाओं का बेहतर लाभ : राज्यपाल सुश्री उईके
नक्सल हिंसा पीडि़त परिवारों और समर्पित नक्सलियों की बेहतरी के कार्य पर दिया बल
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया, नारायणपुर, 6 अक्टूबर 2019 - राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा है कि अबूझमाड़ जैसे दुर्गम क्षेत्रों में शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं का बेहतर लाभ वहां की जनता को दिलाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने आदिवासियों खास तौर पर अबूझमाडि़या लोगों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, कौशल विकास और आधारभूत अधोसरंचना के लिए और बेहतर कार्य करने पर बल दिया।
राज्यपाल सुश्री उईके ने आज नारायणपुर के कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला प्रमुखों की समीक्षा बैठक में उक्त निर्देश दिए। उन्होंने खुशी जताई की नक्सल प्रभावित इलाके होने के बावजूद और कठिन परिस्थितियों में सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि नक्सल हिंसा ग्रस्त पीडि़त परिवारों, उनके बच्चों तथा समर्पित नक्सलियों के लिए राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करें । इसके साथ ही उनकी बेहतरी के लिए और क्या किया जा सकता है, इस बात पर जोर दिया। उन्होंने नक्सल घटना या स्कूली बच्चों की कमी के कारण बंद हुए स्कूलों के बारे में जानकारी ली।
    राज्यपाल ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली पीडीएस के साथ ही राशन कार्ड और उज्ज्वला गैस वितरण तथा रिफिलिंग के संबंध में पूछताछ की। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों और मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता व्यक्त की। कार्ययोजना बनाकर जिला खनिज निधि राशि का उपयोग करने की सलाह दी। कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने जिले में चल रहे विभिन्न विकास एवं निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी दी।
बैठक में राज्यपाल के सचिव श्री सोनमणि बोरा, संभागायुक्त बस्तर, श्री अमृत कुमार खलखो, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, श्री विवेकानंद सिन्हा, अधीक्षक नारायणपुर श्री मोहित गर्ग सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

नारायणपुर खेल मेला प्रायोजित रामकृष्ण मिशन आश्रम और भिलाई इस्पात संयंत्र

राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि पहली असफलता से नहीं घबराना चाहिए और उसे सफलता की पहली सीढ़ी मानकर और दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ अपने उद्देश्य को प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए।
पढ़ाई के साथ खेलकूद में भी भाग लें : राज्यपाल सुश्री उइके : नारायणपुर के खेल मेला के समापन समारोह में राज्यपाल
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया नारायणपुर, 16 अक्टूबर, 2019 -  राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने विद्यार्थियों से कहा है कि वर्तमान समय में शिक्षा के साथ ही खेलकूद में भी पूरे आत्मविश्वास के साथ भाग लें। वर्तमान समय में खेलकुद से भी कैरियर बनाने की असीम संभावनाएं है। बच्चों को चाहिए कि वे अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरे आत्मविश्वास के साथ जुट जाएं। राज्यपाल सुश्री उइके आज नारायणपुर जिला मुख्यालय में रामकृष्ण मिशन आश्रम और भिलाई इस्पात संयंत्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित खेल मेला के पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह को संबोधित कर रही थीं। राज्यपाल ने खेल विकास के लिए दो लाख रूपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर सुश्री उईके ने खेल प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए।
उन्होंने कहा कि खेलकूद से जहां टीम भावना विकसित होती है, वहीं नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है। राज्यपाल ने कहा कि खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि हासिल करने के लिए उत्साह की आवश्यकता होती है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे महान खिलाडि़यों की जीवनी पढ़ें और उनसे सीख लेकर खेल प्रतिभा को निखारें।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि बदलते समय में तकनीकी शिक्षा आवश्यक है। कौशल विकास केन्द्रों के माध्यम से बेरोजगार युवकों के लिए विभिन्न व्यवसाय का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ जैसे क्षेत्र में अंग्रेजी एवं गणित के शिक्षक नहीं मिलते हैं। इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी व्याप्तानंद ने कहा कि नारायणपुर क्षेत्र के ग्रामीण अचलों के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। रामकृष्ण मिशन आश्रम के माध्यम से सभी क्षेत्रों में बच्चों की प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस पिछड़े क्षेत्र में गत 34 वर्षों से मिशन के माध्यम से आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। कोलकाता के प्राचार्य श्री शास्त्रज्ञानंद ने कहा कि विद्यार्थी जीवन में प्राप्त पुरस्कार हमेशा चिरस्मरणीय रहते है। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को पुरस्कार नहीं मिला है वे अपनी कमियों को दूर कर कड़ी मेहनत कर उपलब्धि हासिल करें। भिलाई स्टील प्लांट के निदेशक श्री के. के. सिंह ने कहा कि अपने सामर्थ्य के अनुरूप कार्य को बेहतर ढंग से कर समाज एवं देश की सेवा करने में सहभागी बनना चाहिए।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सोनमणि बोरा, बस्तर संभाग के कमिश्नर श्री अमृत कुमार खलखो, पुलिस महानिरीक्षक श्री विवेकानंद सिन्हा, नारायणपुर के कलेक्टर श्री पी.एस. एलमा, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग और स्कूली बच्चे तथा बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।

कर्मचारी संघ की इन्द्रावती भवन में हाई लेवल मीटिंग

राज्य स्तरीय संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक सम्पन्न
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर 16 अक्टूबर 2019 - नवा रायपुर अटल नगर स्थित इन्द्रावती भवन में 15 अक्टूबर को संचालक कोष, लेखा एवं पेंशन श्री महादेव कावड़े की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक ली गई। बैठक में विभिन्न अधिकारी तथा कर्मचारी संघो के मांगो तथा समस्याओं पर चर्चा करते हुए उनके त्वरित निराकरण के लिए आश्वस्त किया गया। बैठक में छत्तीसगढ़ प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ तथा छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ और छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ, छत्तीगसढ़ अनुसूचित जाति, जनजाति, अधिकारी कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ शासकीय लघु वेतन कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ पटवारी संघ, छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस संघ, छत्तीसगढ़ शासकीय वाहन चालक तथा यांत्रिकी कर्मचारी संघ और छत्तीसगढ़ कोषालयीन कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

गीदम, कुआकोंडा तथा बड़ेबचेली के ३ लोगों को १२ लाख, दंतेवाड़ा गाँधी यात्रा

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया - दंतेवाड़ा 15 अक्टूबर 2019
दंतेवाड़ा : कलेक्टर ने ली समय.सीमा की बैठक : मुख्यमंत्री हाट.बाजार क्लीनिक योजना तथा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का कारगर कार्यान्वयन करने के निर्देश
निर्माण कार्यों को तेजी के साथ संचालित कर अद्यतन प्रगति लाने पर बल
रबी फसल कार्यक्रम के तहत किसानों को बीज एवं आदान सामग्री सुलभता हेतु समयपूर्व तैयारी किया जाये. कलेक्टर श्री वर्मा

जिले में रबी फसल की पैदावार लेने के लिये अधिकाधिक किसानों को प्रोत्साहित किया जाये। इस दिशा में सिंचाई सुविधा तथा फेंसिंग एवं बाड़ी की उपलब्धता वाले किसानों को रबी फसल पैदावार लेने हेतु अवश्य प्रेरित किया जाये। वहीं रबी फसल के लिए किसानों को आवश्यक बीज और कृषि आदान सामग्री की सुलभता सुनिश्चित करने हेतु समयपूर्व तैयारी किया जाये। जिले में मुख्यमंत्री हाट.बाजार क्लीनिक योजना तथा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का कारगर कार्यान्वयन सुनिश्चित करें। इस हेतु हाट.बाजारों में स्वास्थ्य शिविरों का नियमित आयोजन सहित ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें समुचित उपचार सुविधा उपलब्ध कराया जाये। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत लक्षित माताओं और बच्चों को निर्धारित मीनू के अनुरूप गरम पौष्टिक आहार और अतिरिक्त आहार सुलभ कराया जाये। इन दोनों योजनाओं के कारगर क्रियान्वयन के लिए सम्बंधित विभागों द्वारा बेहतर तालमेल सुनिश्चित किया जाये। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने कलेक्टोरेट के सभागार में आयोजित समय.सीमा की बैठक के दौरान अधिकारियों को दिया। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री सच्चिदानंद आलोक सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी और जिले में पदस्थ तहसीलदारए सीईओ जनपद पंचायत तथा नगरीय निकायों के सीएमओ मौजूद थे।
कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने बैठक में विभिन्न मदों के तहत संचालित निर्माण कार्यों की विस्तृत जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों को योजनाबद्ध ढंग से संचालित किया जाये। इस हेतु हरेक निर्माण कार्य के लिये कार्ययोजना तैयार किया जाये और निर्माण सामग्री एवं उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता तथा श्रमिकों की व्यवस्था कर निर्माण कार्य को नियमित रूप से संचालित किया जाये। वहीं नियमित रूप से निर्माण कार्य का मॉनिटरिंग कर गुणवत्ता और तकनीकी मापदंडों का परिपालन सुनिश्चित कराया जाये। कलेक्टर श्री वर्मा ने आदिवासी उपयोजना के तहत वर्ष 2015.16 एवं 2016.17 में स्वीकृत कार्यों को माहान्त तक अनिवार्य रूप से पूर्ण  करने हेतु सम्बंधित निर्माण एजेंसीज के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने इस दिशा में आश्रम.छात्रावास भवन निर्माण कार्यों को वरीयता के साथ पूर्ण करने कहा। कलेक्टर श्री वर्मा ने जिले के आश्रम.छात्रावासों तथा आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के लिये सभी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सहित मीनू के अनुसार नाश्ता एवं भोजन की सुलभता सुनिश्चित करने अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने इस हेतु आश्रम.छात्रावासों तथा आवासीय विद्यालयों का नियमित रूप निरीक्षण करने कहा। वहीं बच्चों के साथ नाश्ता एवं भोजन कर गुणवत्ता सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। कलेक्टर श्री वर्मा ने जिले में नरवा.गरवाए घुरवा एवं बारी योजना के कारगर क्रियान्वयन पर बल देते हुए अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करने कहा और कार्यान्वयन में लापरवाही बरतने पर सम्बंधित के विरुद्ध कार्यवाही करने की चेतावनी दी। उन्होंने गौठानों का समुचित ढंग से संचालन करने हेतु गौठान समितियों को जिम्मेदारी सौंपने का निर्देश अधिकारियों को दिया। इसके साथ ही गौठान में पशुचारे की व्यवस्था के लिए पैंरा एवं मक्का फसल अवशेष इत्यादि के लिये किसानों से सम्पर्क करने कहा। वहीं गौठानों में चारागाह विकास पर ध्यान केंद्रीत करने का निर्देश दिया। कलेक्टर श्री वर्मा ने नेरली.धुरली पेयजल परियोजना तथा किरन्दुल पेयजल आवर्धन योजना को अतिशीघ्र पूर्ण करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। बैठक के दौरान बस्तर विकास प्राधिकरण के कार्यों सहित विशेष केन्द्रीय सहायता योजना इत्यादि के कार्यों की समीक्षा की गयी

दंतेवाड़ा : प्राकृतिक आपदा पीड़ित 3 हितग्राहियों को 12 लाख रुपये की आर्थिक सहायता

कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा द्वारा प्राकृतिक आपदा पीड़ित 3 हितग्राहियों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6.4 के तहत 12 लाख रुपये आर्थिक सहायता अनुदान प्रदान करने की स्वीकृति दी गयी है। जिसके तहत तहसील गीदम अंतर्गत मुचनार समरथपारा निवासी श्री छन्नीराम पिता स्वर्गीय बलराम एकुआकोंडा तहसील के गढ़मिरी मुंडापारा निवासी श्रीमती मंगली पति स्वर्गीय गुड्डीराम तथा बड़ेबचेली तहसील अंतर्गत बड़ेबचेली तामोपारा निवासी श्रीमती नन्दे इलामी पति स्वर्गीय आयतूराम प्रत्येक को चार.चार लाख रुपये आर्थिक सहायता प्रदान करने की स्वीकृति दी गयी है। उक्त आर्थिक सहायता राशि डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के तहत सम्बंधित हितग्राहियों के बैंक खाते में अंतरित की जायेगी। उक्त कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश तहसीलदार गीदमए कुआकोंडा तथा बड़ेबचेली को दिये गए हैं।

दंतेवाड़ा : 18 अक्टूबर को होगी राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक

कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा की अध्यक्षता में 18 अक्टूबर को मध्यान्ह 12 बजे कलेक्टोरेट के भूतल स्थित शंखिनी सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक आहूत की गयी है। बैठक में जिले में पदस्थ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित डिप्टी कलेक्टरोंएतहसीलदारोंए नायब तहसीलदारों तथा राजस्व निरीक्षकों को अद्यतन जानकारी के साथ उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए हैं।

दंतेवाड़ा : विभिन्न ग्राम पंचायतों में निकाली गयी गांधी विचार पदयात्रा में जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने लिया हिस्सा

राष्ट्रपिता बापूजी के 150 वीं जयंती समारोह के अवसर पर गांधी विचार पदयात्रा के अंतर्गत 15 अक्टूबर को जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में गांधी विचार पदयात्रा में जनप्रतिनिधियोंए पंचायत पदाधिकारियों सहित ग्रामीणों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। जिसके तहत कटेकल्याण ब्लॉक के तुमकपाल.गुड़से एवं तेलम.टेटम सहित कुआकोंडा ब्लॉक के रेवाली.जबेली एवं कलेपाल.पोटाली में गांधी विचार पदयात्रा निकाली गयी। वहीं गीदम ब्लॉक के समलूर.बड़ेसुरोखी एवं बड़ेकारली और मुचनार.छिंदनार एवं मुस्तलनार तथा दन्तेवाड़ा ब्लॉक के दुगेली एवं पाढ़ापुर सहित बालपेठए चित्तालंका एवं टेकनार में गांधी विचार पदयात्रा निकाली गयी। इस दौरान ग्रामीणोंए महिला समूहों तथा युवाओं का सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें सर्वप्रथम गांधीजी के छायाचित्र में पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। वहीं वक्ताओं ने बापूजी के आदर्शों और विचारों के बारे में ग्रामीणों को अवगत कराया। पदयात्रा के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकासए महिला एवं बाल विकास विभागए शिक्षाए स्वास्थ्यए कृषिए पशुपालनए उद्यानिकी इत्यादि विभागों के मैदानी अधिकारी.कर्मचारी मौजूद थे।

गदापाल की सोनाली और किरन्दुल की स्नेहा को एस्सार से स्कालरशिप

एस्सार स्टील ने सोशल हेल्प की बस्तर की दो लड़कियों को ऊंची शिक्षा के लिए काफी बड़ी रकम दी
दंतेवाड़ा : एस्सार स्टील लिमिटेड ने बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई के लिए दो छात्राओं को दी एक लाख 85 हजार रुपये की सहायता
दंतेवाड़ा 15 अक्टूबर 2019 - एस्सार स्टील लिमिटेड किरन्दुल द्वारा सामाजिक दायित्व निधि के तहत जिले के दो छात्राओं को बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई के लिए एक लाख 85 हजार रुपये की सहायता प्रदान किया गया है। जिसके तहत तहसील दन्तेवाड़ा अंतर्गत गदापाल निवासी कुमारी सोनाली मंडावी को एक लाख रुपये तथा बड़ेबचेली तहसील के किरन्दुल निवासी कुमारी स्नेहा शर्मा को 85 हजार रुपये सहायता राशि का चेक प्रदान किया गया। इस मौके पर कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा सहित एस्सार स्टील लिमिटेड किरन्दुल के प्रतिनिधी डॉ तेजप्रकाश मौजूद थे।

छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण अपराधों पर गृहमंत्री ताम्रध्वज ने सीआईडी की बैठक ली

छत्तीसगढ़ के पुलिस मंत्री ने सीआईडी को क्या कोई खास निर्देश दिए?
रायपुर : गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) के कार्यों की समीक्षा की
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर 15 अक्टूबर 2019 - प्रदेश के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने रायपुर निवास कार्यालय में पुलिस मुख्यालय अपराध अनुसधान विभाग (सीआईडी) शाखा के अधिकारियों की बैठक ली। उन्हांेने सीआईडी शाखा में लंबित शिकायतों एवं महत्वपूर्ण अपराधों की समीक्षा की और उनके त्वरित निराकरण के निर्देश दिये। उन्होंने सीआईडी शाखा को प्रदेश के जिलों के लंबित अपराधों के निराकरण के लिये भी समन्वय स्थापित कर प्रकरणों को निराकृत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
    बैठक में पुलिस महानिदेशक श्री डी.एम. अवस्थी ने गृह मंत्री को सीआईडी के कार्यप्रणाली से अवगत कराया और उनके मंशा के अनुरूप अपराध अनुसंधान शाखा के कार्य को और अधिक बेहतर ढंग से करने तथा आधुनिक प्रणाली का उपयोग करते हुये अपराधों को सुलझाने के लिये बैठक में उपस्थित पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में सीआईडी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री सुशील द्विवेदी, डॉ. संजीव शुक्ला, श्रीमती नेहा चंपावत, सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्री अरविंद कुजुर, श्री राजेश अग्रवाल, श्रीमती पूजा अग्रवाल, श्रीमती वर्षा मिश्रा, श्री एम. एन. पाण्डेय, श्रीमती सुमंत्रा मरकाम, श्री कविलाश टण्डन, श्री भारतेंदु द्विवेदी सहित सीआईडी के सभी अधिकारी उपस्थित थे।

पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज चाहते हैं सड़कों में गड्ढा ना रहे

छत्तीसगढ़ की सदा काल समस्या सड़कों में घटा मरम्मत में कमी रखरखाव में लापरवाही यह सब क्या दूर हो जाएगी?
रायपुर : सड़कों की मरम्मत और निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश : सभी जिलों में इंडोर स्टेडियम बनाने प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश, मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने की लोक निर्माण विभाग के काम-काज की समीक्षा
बैठक में अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण श्री अमिताभ जैन ने सड़क सुरक्षा के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने सड़कों की मरम्मत एवं संधारण के लिए मैदानी अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय करते हुए सड़कांे में हुए गड्ढ़ों का समतलीकरण, गति अवरोधक आदि के निर्देश दिए। बैठक में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री अनिल राय, प्रमुख अभियंता श्री डी.के.अग्रवाल सहित सभी मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता एवं परियोजना निदेशक ए.डी.बी. प्रोजेक्ट उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर 15 अक्टूबर 2019 - लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज सिविल लाइन स्थित नवीन विश्राम भवन के सभाकक्ष में लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंताओं की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने संभागवार सड़कों के संधारण तथा वार्षिक बजट में शामिल सड़क और पूल कार्यों के प्राक्कलन की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सड़कों की मरम्मत और निर्माण कार्यो में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य रूप से प्रदेश के सभी मार्गो को गड्ढा मुक्त करने हेतु आवश्यक मरम्मत कार्य गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूर्ण करने और बजट में शामिल कार्यो के प्राक्कलन इस महीने की 31 तारीख तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में लगभग 6000 किलोमीटर लंबाई की सड़कें वर्तमान में परफॉर्मेंस गारंटी में है। इस जानकारी पर मंत्री ने कड़े रूख अपनाते हुए कहा कि परफॉर्मेंस गारंटी के अंतर्गत आने वाली सड़कों का निरीक्षण तत्काल करें और यह तय करें कि यदि इन मार्गों में कोई क्षति हुई है तो उनके मरम्मत का कार्य संबंधित ठेकेदारों से उन्हीं की राशि से करवाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में होने वाले निर्माण कार्यों की गुणवत्ता नियंत्रण हेतु एक निरीक्षण दल का गठन करने के निर्देश दिए, जो निर्माण कार्यों का आकस्मिक निरीक्षण करने के बाद विस्तृत प्रतिवेदन शासन को प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में होने वाली लापरवाही के लिए विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
श्री साहू ने कार्यपालन अभियंता स्तर पर 20 लाख रूपए तक के कार्य सामान्य निविदा से करने और पंजीकृत बेरोजगार इंजीनियरों को काम देने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी कार्यपालन अभियंताओं को जिला स्तर पर नियमित बैठक लेने और विभागीय कार्यो तथा उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया ताकि विभाग की महत्वपूर्ण कार्यो की जानकारी आम नागरिकों तक पहंुच सके। उन्होंने आय का स्त्रोत बढ़ाने के लिए उपयोग में नहीं लाये जा रहे खाली पड़े शासकीय भूमि को व्यवसायिक बनाने के लिए भी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। श्री साहू ने सभी जिलों में इंडोर स्टेडियम बनाने की कार्ययोजना पर चर्चा की और स्टेडियम के लिए भी प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए।

सीएस ने ली आयुष सोसायटी की बैठक, नाराजी के तेवर दिखाए

आयुष सोसाइटी में कामकाज को लेकर दिखे चीफ सेक्रेटरी के कड़े तेवर, दीया कड़ाई से सुधार का निर्देश
रायपुर : आयुष विभाग के कार्यो की समीक्षा  : राज्य आयुष सोसायटी के शासी निकाय की बैठक सम्पन्न
छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर 16 अक्टूबर 2019 - मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में छत्तीसगढ़ राज्य आयुष सोसायटी के शासी निकाय की छठवीं बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में आयुष विभाग द्वारा संचालित की जा रही गतिविधियों की समीक्षा की गई। मुख्य सचिव ने आयुष मिशन अंतर्गत विगत वर्षो में स्वीकृत गतिविधियों की धीमी गति और स्वीकृत निर्माण कार्यो के अब तक पूर्ण नहीं होने पर गहरी नाराजगी जतायी है। मुख्य सचिव ने संचालक आयुष को कार्य में सुधार लाने के कड़े निर्देश दिए है। उन्होंने स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य सचिव को निर्देशित किया है कि आयुष मिशन के कार्यो की नियमित निगरानी और मॉनिटरिंग की जाए। शासी निकाय के बैठक का आयोजन नियमित रूप से कराये जाने के निर्देश भी उन्होंने दिए है। बैठक में वर्ष 2019-20 के लिए 53 करोड़ 49 लाख 51 हजार रूपए की वार्षिक कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। यह कार्ययोजना स्वीकृति के लिए भारत सरकार आयुष मंत्रालय को भेजा जाएगा।
 बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री सी.के. खेतान, श्री के.डी.पी. राव, श्री अमिताभ जैन, सचिव स्वास्थ्य श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. प्रियंका शुक्ला, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं श्री नीरज बंसोड, संचालक आयुष श्री जी.एस. बदेशा सहित आयुष विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

क्या अब पार्षद महापौर चुनेंगे? क्या छत्तीसगढ़ सरकार यही चाहती है?

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - महापौर/अध्यक्ष का निर्वाचन निर्वाचित पार्षदों द्वारा अप्रत्यक्ष प्रणाली से हो। याने जनता से चुन कर आएंगे पार्षद और वो चुनेंगे अपना महापौर याने मेयर.
रायपुर : नगरीय निकाय आम निर्वाचन-2019: मंत्री मण्डलीय उपसमिति का प्रस्ताव :मंत्रालय में हुई बैठक
केबिनेट में होगा अंतिम निर्णय

नगरीय निकाय निर्वाचन को लेकर आज मंत्रालय, महानदी भवन नवा रायपुर स्थित एम-1 प्रथम तल मीटिंग हॉल में मंत्रीपरिषद उपसमिति की बैठक सम्पन्न हुई। कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया और वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर वाली तीन सदस्यीय उपसमिति द्वारा नगर पालिक निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत के महापौर और अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए  गहन विचार-विमर्श उपरांत निम्न प्रस्ताव पारित किए गए-
1.    पार्षद का निर्वाचन प्रत्यक्ष प्रणाली से हो।
2.    महापौर/अध्यक्ष का निर्वाचन निर्वाचित पार्षदों द्वारा अप्रत्यक्ष प्रणाली से हो।
3.    बैलेट पेपर से निर्वाचन किया जाना प्रस्तावित है।
4.    दलीय तरीके से निर्वाचन किया जाए।
पार्षद प्रत्याशी के लिए निर्वाचन व्यय की सीमा निम्नानुसार करने की अनुशंसा की गई है-
क. तीन लाख से अधिक जनसंख्या के नगर निगम-पांच लाख रूपए।
ख. तीन लाख से कम जनसंख्या के नगर निमम - तीन लाख रूपए।
ग. नगर पालिका परिषद्-एक लाख पचास हजार रूपए।
घ. नगर पंचायत- पचास हजार रूपए।

लाईवलीहुड कॉलेज से पक्की नौकरी के लिए सरकार की कोशिश

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया - रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - नवीन गाईडलाईन के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण के क्रियान्वयन हेतु वीटीपी के रूप में पंजीयन के लिए तीन सदस्यों की निरीक्षण समिति के द्वारा आवेदित संस्थाओं का भौतिक निरीक्षण किया गया। जिसमें पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य अथवा विभागाध्यक्ष, संबंधित जिले के सहायक संचालक एवं आवेदित संस्था द्वारा चिन्हांकित किये गये कोर्स से संबंधित सेक्टर के सेक्टर विशेषज्ञ थे। जो पॉलिटेक्निक, आई.टी.आई., कृषि विज्ञान केन्द्र अथवा अन्य शासकीय संस्था में कार्यरत सेक्टर से संबंधित व्याख्याता, अध्यापक, विशेषज्ञ शामिल रहे। इनकेे निरीक्षण प्रतिवेदन के अनुसार और जिला कलेक्टर की अनुशंसा उपरांत राज्य कार्यालय द्वारा वीटीपी पंजीयन की कार्यवाही की जा रही है।
रायपुर : मुख्यमंत्री कौशल विकास : युवाओं को अब मिलेगा नियोजन आधारित प्रशिक्षण

 छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण के तहत संचालित मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनांतर्गत प्रशिक्षणार्थियों को इस वर्ष समस्त कौशल प्रशिक्षण के पूर्व नियोजन की सुनिश्चितता के आधार पर किया जा रहा है। कौशल प्रशिक्षण हेतु जिलों के द्वारा इस वर्ष के लिए बनाए गए सम्पूर्ण वार्षिक कार्ययोजना नियोजन आधारित है। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना को सार्थक एवं प्रभावी बनाये जाने हेतु शासन द्वारा कौशल प्रशिक्षण की गुणवत्ता में वृद्धि कर, प्रशिक्षण उपरांत प्रशिक्षित युवाओं के नियोजन को दृष्टिगत रखते हुए कौशल प्रशिक्षण की प्रक्रियाओं में बड़ा बदलाव किया गया है। समस्त प्रशिक्षणार्थियों का प्रशिक्षण पश्चात् एवं मूल्यांकन के पूर्व ऑन द जॉब टेªनिंग अनिवार्य किया गया है।
योजनान्तर्गत संस्थाओं से व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाता (वीटीपी) पंजीयन के लिए ऑनलाईन आवेदन स्वीकार करना प्रारम्भ कर दिया गया है। कौशल प्रशिक्षण हेतु शासकीय एवं निजी संस्थाओं से कुल 81 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 26 संस्थाओं का वीटीपी पंजीयन किया गया है। वर्तमान में सात जिलो में कौशल प्रशिक्षण प्रारम्भ किया गया है एवं अन्य जिलों में आगामी दिनों में कौशल प्रशिक्षण संचालित किया जायेगा, लाईवलीहुड कॉलेज धमतरी में सिविंग मशीन ऑपरेटर कोर्स में 26 युवाओं, लाईवलीहुड कॉलेज अम्बिकापुर में असिस्टेंट इलेक्ट्रिशीयन कोर्स में 20 युवाओं, लाईवलीहुड कॉलेज, बीजापुर में आटोमोटिव सर्विस टेक्नीशियन (टू एवं थ्री व्हीलर) कोर्स में 10 युवाओं, लाईवलीहुड कॉलेज बलौदाबाजार-भाटापारा कोर्स में असिस्टेंट इलेक्ट्रिशीयन कोर्स में 20 युवाओं, लाईवलीहुड कॉलेज, मुंगेली में डोमेस्टिक डाटा एन्ट्री ऑपरेटर कोर्स में 30 युवाओं, लाईवलीहुड कॉलेज कवर्धा में असिस्टेंट इलेक्ट्रिशीयन कोर्स में 30 युवाओं तथा लाईवलीहुड कॉलेज बलरामपुर में मैनुअल मेटल आर्क वेल्डिंग-शिल्डेड मेटल आर्क वेल्डिंग वेल्डर कोर्स में 15 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

वीआर कैमरा ने राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में जलवा मचाया

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया - रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - बच्चों, वीैपी अतिथि और दर्शकों ने वर्चुअल रियल्टी कैमरे से मानव शरीर के अंदरूनी अंगो को देखा - प्रमुख आकर्षण जिसे अतिथियों ने स्वयं करके देखा वह थाVirtual Reality Kit इसके माध्यम से मानव शरीर की सूक्ष्म एवं आंतरिक संरचनाओं को देखा व महसूस किया जा सकता है। मानव शरीर की जिन संरचनाओं के केवल चित्र ही पाठ्यपुस्तकों में देखे गए हों, उनका जीवन्त व क्रियाशील प्रदर्शन देखना अद्भुत व रोमांचकारी रहा। मानव शरीर की अद्वितीय संरचना को क्रियाशील रूप देखना, जानना और समझ पाना शिक्षा के उद्देश्यों को पूरा करता है। बच्चें स्वयं सक्रिय होकर इस संरचना पर अपनी समझ आसानी से बना पाएंगे और स्वयं स्वस्थ जीवन शैली अपना कर इस सीखने को सार्थक बनाएंगे। यह किट बहुउद्देशीय है। बच्चे इसकी सहायता से अंतरिक्ष की यात्रा कर सकते हैं, हो सकता यह यात्रा किसी बच्चे को अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों की कुंजी थमा दे। अंतरिक्ष यात्रा के साथ-साथ यह किट समुद्र की यात्रा भी कराता है। इसकी सहायता से राज्य के लोकप्रिय दर्शनीय ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी किया जा सकता है जिससे राज्य की संस्कृति, विरासत, सौंदर्य को आत्मसात किया जा सकता है। इसकी सहायता से विभिन्न प्रकार के खेलों का आनंद भी लिया जा सकता है, जैसा कि सभी जानते है कि खेल हमारी मानसिक व शारीरिक क्रियाशीलता को बढ़ाते हैं।

रायपुर : राष्ट्रीय बाल विज्ञान प्रदर्शनी  :   राज्यपाल और स्कूल शिक्षा मंत्री ने वर्चुअल रियलिटी किट से मानव शरीर की सूक्ष्म और आंतरिक संरचनाओं को देखा, आकर्षण का केन्द्र रहा स्कूल शिक्षा विभाग का स्टॉल

बच्चों के लिए 46वीं जवाहरलाल नेहरू विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी में स्कूल शिक्षा विभाग के स्टॉल के माध्यम से बच्चों को यह अनुभव कराने का अवसर दिया गया है कि विज्ञान और गणित हमारे आस-पास हैं। इन्हें हम अपने प्राकृतिक, सामाजिक पर्यावरण से जोड़ कर बहुत सी समस्याओं का वास्तविक हल स्वयं ही निकाल सकते हैं।
राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह और अतिथियों ने स्टाल के प्रमुख आकर्षण वर्चुअल रियलिटी किट के माध्यम से मानव शरीर के सूक्ष्म और आंतरिक संरचनाओं को देखा और महसूस किया।
राज्यपाल ने कहा कि मानव शरीर की जिन संरचनाओं के केवल चित्र ही पाठ्य पुस्तकों में देखे गए उनका जीवन्त और क्रियाशील प्रदर्शन देखना अदभुत व रोमांचकारी अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि मानव शरीर की अद्वितीय संरचना को क्रियाशील रूप में देखना, जानना, समझ पाना, शिक्षा के उद्देश्यों को पूरा करता है। राज्यपाल और शिक्षा मंत्री ने इस किट का उपयोग कर इसे सीखने-सिखाने का महत्वपूर्ण उपकरण बताते हुए प्रदर्शित समस्त सामग्री की सराहना की। उन्होंने स्टॉल में बनाए गए सेल्फी जोन का भी आनंद लिया और छŸाीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग को अपनी शुभकामनाएँ प्रदान की। यह किट बहुउद्देशीय है। बच्चे इसकी सहायता से अंतरिक्ष की यात्रा कर सकते हैं, हो सकता है, यह यात्रा किसी बच्चे को अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों की कुंजी थमा दे।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि बच्चों को यह पता चलना चाहिए कि कहाँ और कैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और गणित में किए गए नए अनुसंधान हमें जीवन की चुनौतियों के हल प्रदान करते है। इन्हीं मुद्दों पर आधारित है स्कूल शिक्षा विभाग का स्टॉल। इस अवसर पर महापौर रायपुर श्री प्रमोद दुबे सहित गणमान्य अतिथियों ने स्टाल का अवलोकन किया।
स्टॉल में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित TEAMS की सभी योजनाओं की जानकारियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ एस.सी.ई.आर.टी. के विभिन्न प्रकाशन भी प्रदर्शित किए गए हैं।
रायपुर: जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी : प्रतिदिन होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम और वैज्ञानिकों के व्याख्यान 
 रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - बच्चों के लिए 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी में 15 से 19 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। 20 अक्टूबर को बाल वैज्ञानिकों को शैक्षणिक भ्रमण कराया जाएगा। 16 अक्टूबर से प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 10.30 बजे तक वैज्ञानिकों का व्याख्यान, प्रातः 11 बजे से साय 5 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शाें का प्रदर्शन और संध्या 5.30 बजे से 7 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।
    आयोजित होने वाले कार्यक्रम मंे 16 अक्टूबर को प्रातः 9 से 10.30 बजे तक मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. प्रदीप शर्मा यूज ऑफ साइंस इन सॉलविंग प्राबलम ऑफ रूरल लाईफ पर और हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा हेल्थ एण्ड न्यूट्रीशन फॉर ऑल विषय पर व्याख्यान देंगी। संध्या 6 बजे से आवासीय परिसर विसलिंग वुड सेरीखेड़ी में क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई है। 17 अक्टूबर को सीईआईएआर टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस मुम्बई के एसोसिएट प्राध्यापक डॉ. अरविन्दम बोस मेथामेटिकल मॉडलिंग और पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर के प्राध्यापक और प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स एवं फोटोनिक्स डॉ. संजय तिवारी साइंटिफिक इनोवेशन विषय पर व्याख्यान देंगे। इसी दिन संध्या 5.30 बजे 7.30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा स्वागत नृत्य गीत (देश रंगीला), डाइट रायपुर द्वारा डंडा नृत्य, शिक्षा महाविद्यालय बिलासपुर द्वारा अरपा पैरी की धार-समूह नृत्य गीत, डाइट खैरागढ़ द्वारा पंथी नृत्य, डाइट पेण्ड्रा द्वारा भतरी नृत्य, एन.सी.ई.आर.टी. के अन्य राज्यों की प्रस्तुति होगी। इसी के साथ शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा गोदना है गोदना है.. समूह नृत्य गीत, डाइट रायपुर द्वारा घूमर नृत्य, शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा आदिवासी नृत्य गीत, डाइट नारायणपुर द्वारा रैला नृत्य गीत, डाइट खैरागढ़ द्वारा सुआ नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा बारहमासी नृत्य गीत और सरगुजिया नृत्य गीत, एन.सी.ई.आर.टी. के अन्य राज्यों की प्रस्तुति, डाइट धरमजयगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी नृत्य गीत, डाइट महासमुन्द द्वारा सरगुजा नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय द्वारा गांेडी नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय बिलासपुर द्वारा समूह नृत्य गीत, एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा अन्य राज्यों की प्रस्तुति और डाइट रायपुर द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति होगी।
    वैज्ञानिकोें के व्याख्यान में 18 अक्टूबर को प्रातः 9 से 10ः30 बजे तक कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग के डीन डेयरी विज्ञान और खाद्य प्रौद्योगिकी कालेज डॉ. सुधीर उपरीत द्वारा डेयरी टेक्नोलाजी व्हाई एण्ड व्हाट तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. संजय पाटिल द्वारा एग्रीकल्चर टेक्नोलाजी विषय पर व्याख्यान दिया जाएगा। प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शो का प्रदर्शन होगा। संध्या 5.30 बजे से 7 बजे तक संस्कृति विभाग द्वारा लोकरंग अर्जुदा जिला दुर्ग के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। रात्रि 9 बजे से आवासीय परिसर सेरीखेड़ी रायपुर में आकाश दर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। 19 अक्टूबर को वैज्ञानिकों के व्याख्यान में प्रातः 9 बजे से 10.30 तक पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति एवं प्राध्यापक प्रोफेसर एस.के. पाण्डेय द्वारा साईंस एण्ड टेक्नोलाजी फॉर इन्क्ल्यूसिव ग्रोथ और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के ही प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. निनाद बोधनकर फिजिक्स, केमेस्ट्री एण्ड जियोलाजी ऑफ वाटर विषय पर व्याख्यान देंगे। प्रातः 11 बजे से 1.30 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शों का प्रदर्शन के बाद दोपहर 2.30 बजे से संध्या 5 बजे तक राष्ट्रीय प्रदर्शनी का समापन समारोह का आयोजन किया गया है। राष्ट्रीय प्रदर्शनी में आए प्रतिभागी विद्यार्थियों को 20 अक्टूबर को नवा रायपुर, चम्पारण, पुरखौती मुक्तांगन, चम्पारण, सेंट्रल पार्क, मंत्रालय, शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शैक्षिक भ्रमण कराया जाएगा। 

आईएफएस अफसर ट्रेनिंग वर्कशॉप में छाया नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया - रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - सम्पूर्ण विश्व में जहॉं जलवायु परिवर्तन एक गंभीर समस्या के रुप में परिलक्षित हो रहा है ऐसे में वनों के विकास एवं कुशल प्रबंधन की आवश्यकता और भी प्रासंगिक है। राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, रायपुर द्वारा लगातार इस क्षेत्र में सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं।
रायपुर : देश के 14 राज्यों के अधिकारियों ने नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी का किया अध्ययन, रायपुर में आयोजित ‘सतत् मानव विकास में वानिकी का योगदान’ कार्यशाला संपन्न, आईएफएस अफसर ट्रेनिंग वर्कशॉप में छाया


राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, रायपुर में आज भारतीय वन सेवा के उच्च अधिकारियों के लिए ‘‘सतत् मानव विकास में वानिकी का योगदान’’ विषय पर दो दिवसीय अखिल भारतीय अनिवार्य प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन किया गया। प्रशिक्षण में देश के विभिन्न राज्यों तमिलनाडू, त्रिपुरा, महाराष्ट्र, झारखण्ड, गुजरात, केरल, मणिपुर, मेघालय, मध्यप्रदेश, असम, उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक तथा उड़ीसा राज्य के कुल 22 भारतीय वन सेवा के उच्च अधिकारियों ने भाग लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला में वानिकी संबंधी महत्वपूर्ण तकनीकी सत्रों के साथ-साथ प्रदेश में वानिकी के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों तथा छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना ‘‘छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी - नरवा, गरूवा, घुरवा बाडी- ऐला बचाना है संगवारी’’ का अध्ययन भी कराया गया। 
कार्यशाला के समापन सत्र में आयुक्त एवं सचिव, मनरेगा, श्री टी.सी. महावर ने अपने उद्बोधन में सतत् मानव विकास के लिए वानिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य जहां पर 44 प्रतिशत वन आच्छादित क्षेत्र है और 33 प्रतिशत जनजातियां निवास करती हैं, ऐसे में वनों से प्राप्त होने वाले वनोपजों एवं अन्य वस्तुएं न केवल स्थानीय लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं बल्कि उनकी आजीविका का भी आधार है।

आयुक्त श्री महावर ने  कहा कि कार्यशाला में विभिन्न राज्यों से आये वन अधिकारियों को प्रशिक्षण में प्रदान की गई जानकारी उनके राज्यों में वानिकी के क्षेत्र में नवाचारों को स्थापित करनें में सहायक होगी। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वनों एवं ग्रामीण वनांचलों में निवासरत लोगों के पुनरोद्धार एवं सतत् विकास के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में राज्य की महत्वपूर्ण ‘‘छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी - नरवा, गरूवा, घुरवा बाडी- ऐला बचाना है संगवारी के उद्देश्य के साथ छत्तीसगढ़ में सतत् विकास के लिए एक अभिनव परियोजना’’ का क्रियान्वयन किया जा रहा है जिससे न केवल स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण एवं संवर्धन सुनिश्चित होगा बल्कि उन पर आधारित कार्यों से स्थानीय जनता को आजीविका के साधन भी उपलब्ध होंगे। आज संम्पूर्ण देश में इस योजना को समझने सीखने एवं अपने-अपने क्षेत्रों में क्रियान्वयित करने की आवश्यकता है।
कार्यशाला के अंतिम तकनीकी सत्र में ’’सतत मानव विकास में वानिकी का योगदान एवं अनुशंसा’’ विषय पर चर्चा हेतु पैनल परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें पैनल अध्यक्ष के रूप में निवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख डॉ. आर. के सिंह, सेवा तथा पैनल विशेषज्ञ के रूप में सचिव राज्यपाल एवं संसदीय कार्य श्री सोनमणी बोरा सम्मिलित हुये। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) तथा निदेशक राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान श्री मुदित कुमार सिंह और पूर्व प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री पी. सी मिश्रा उपस्थित थे। कार्यक्रम में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं अतिरिक्त संचालक, राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान श्री जे.ए.सी.एस राव ने आभार प्रदर्शन किया।

एनजीओ और स्कूल को मिलेगा राशन कार्ड से खाद्यान्न: मंत्री अमरजीत भगत मुंगेली में

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया मुंगेली 15 अक्टूबर 2019 - अब कल्याणकारी संस्थाओं, आश्रम, शालाओं सहित अन्य संस्थाओं को भी राशन दिया जाएगा। श्री भगत ने खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होने जिले में उपार्जित धान की मात्रा, खाद्यान्न का आबंटन, भण्डारण और वितरण, ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने धान खरीदी सहित खाद्य विभाग की अन्य गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

 खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री अमरजीत भगत ने आज मुंगेली स्थित विश्राम भवन के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में खाद्य विभाग के कामकाज की समीक्षा की। बैठक मे श्री भगत ने कहा कि मुंगेली जिले के विकासखंड लोरमी के ग्राम खुडि़या में नये धान खरीदी केंद्र प्रारंभ किए जाएंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को धान खरीदी केन्द्र शुरू करने के लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए।

श्री भगत ने अधिकारियों से कहा कि जिले में राशन कार्डधारी हितग्राहियों को राशन लेने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होना चाहिए। उन्हंे नियमित रूप से निर्धारित मात्रा में खाद्यान्न मिलना चाहिए। 

01 जनवरी 2020 को 18 वर्ष वाले मतदाताओं फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली बनवा लो

छत्तीसगढ़ न्यूज वेबमीडिया  रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने फोटो वोटर कार्ड संदर्भ में प्रदेश के सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग से जारी निर्देश और निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा है।
फोटो वोटर कार्ड मतदाता सत्यापन और विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की बढ़ी अवधि : सत्यापन और पुनरीक्षण पर केन्द्रित 18 नवम्बर तक चलेगा विशेष कार्यक्रम

फोटो वोटर कार्ड मतदाता सूची का 20 जनवरी को होगा अन्तिम प्रकाशन, एक जनवरी को 18 वर्ष पूर्ण करने वाले युवा मतदाता को पात्रता होगी
 भारत निर्वाचन आयोग ने फोटो वोटर कार्ड मतदाता सत्यापन कार्यक्रम के साथ मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की समयावधि बढ़ा दी है। फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण और मतदाता सत्यापन कार्यक्रम की समय-सारणी में हुए संशोधन के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के लिए पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। जारी कार्यक्रम के अनुसार 18 नवम्बर 2019 सोमवार तक इस पर केन्द्रित गतिविधियां पूरेे छत्तीसगढ़ राज्य में गहनता से संचालित किया जायेगा।
 
    उल्लेखनीय है कि पूर्व में फोटो वोटर कार्ड मतदाता सत्यापन कार्यक्रम के अन्तर्गत मतदाताओं को अपने मतदाता होने का सत्यापन कराने के लिए 15 अक्टूबर 2019 तक की तिथि निर्धारित थी। जिसे अब बढ़ा दिया है, वहीं संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की तिथि बढ़ने से राज्य के युवा मतदाता को पात्रता होगी। बताया गया कि 01 जनवरी 2020 को 18 वर्ष की आयु पूरा करने वाले मतदाताओं को ध्यान में रखकर फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का यह विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी किया गया है।
 
    मुख्य निवार्चन पदाधिकारी ने फोटो वोटर कार्ड समय-सारणी के अनुरूप संचालित पुनरीक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया की बढ़ी हुई अवधि के अनुसार मतदाता सूची के एकीकृत प्रारूप का प्रारंभिक प्रकाशन 25 नवम्बर 2019 सोमवार को किया जायेगा। प्रारंभिक प्रकाशन के तुरत बाद 25 नवम्बर 2019 से 24 दिसम्बर 2019 मंगलवार तक दांवा-आपत्ति किये जा सकेंगे। प्राप्त दांवा-आपत्ति का निराकरण करने के लिए 10 जनवरी 2020 शुक्रवार तक की तारीख निर्धारित की गई है। निर्वाचक नामावलियों की अनुपूरक सूची 17 जनवरी 20120 तक तैयार कर ली जाएगी। इसके पश्चात 20 जनवरी 2020 सोमवार को मतदाता सूची का अन्तिम प्रकाशन किया जायेगा।

राज्यपाल का वैज्ञानिक भाषण: शुद्ध पेयजल-वायु पर शोध आवश्कता

छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया - रायपुर, 15 अक्टूबर, 2019 - 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी उद्घाटन अवसर पर  राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके का वैज्ञानिक भाषण
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि विद्यार्थी वैज्ञानिक सोच विकसित करें। आज के विद्यार्थी ही कल के वैज्ञानिक होंगे और वे ही कल वैज्ञानिक के रूप में पूरे विश्व में हमारे देश का नाम रोशन करेंगे तथा विज्ञान के क्षेत्र में नए-नए शोध करेंगे। सुश्री उइके आज यहां बी.टी.आई. ग्राउंड में आयोजित छहः दिवसीय 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रही थी।
इस राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी का आयोजन राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि विज्ञान का विकास इस तरह से किया जाना चाहिए कि पर्यावरण संरक्षित रहे और प्रकृति द्वारा प्रदत्त सारे लाभों को प्राप्त किया सकें। उन्होंने कहा कि विज्ञान का उपयोग विकास के लिए हो, विनाश के लिए नहीं। सुश्री उइके ने कहा कि आज जो हमारे समक्ष शुद्ध पेयजल-वायु की उपलब्धता जैसे अनेकों चुनौतियां है, जिनके लिए शोध करने की आवश्कता है, ताकि हमारा विकास सतत् और सम्पूर्ण हो। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम को स्मरण करते हुए कहा कि उनके महत्वपूर्ण योगदान के फलस्वरूप विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है।

राज्यपाल ने भारत देश के वैज्ञानिक विरासत को गौरवशाली बताते हुए कहा कि यहां पर शून्य जैसे महानतम खोज की गई, जिसके कारण सुपर कम्प्यूटर जैसे अविष्कार संभव हो पाया। साथ ही हमारे देश में आर्यभट्ट जैसे महान गणितज्ञ हुए, जिन्होंने पाई के मान से लेकर चंन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण की बारीकियां सहजता से निकाल ली। उन्होंने कहा कि विज्ञान और गणित विषय शिक्षा विभाग के साथ ही विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए भी चिंता के विषय रहे हैं। इन्हीं चिंताओं का समाधान करने में यह राष्ट्रीय प्रदर्शनी मददगार सिद्ध होगी। राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ में संचालित पानी बचाओ और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि कार्यक्रमों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को बधाई दी।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए यह सौभाग्य की बात है कि इस राष्ट्रीय प्रदर्शनी के आयोजन की जिम्मेदारी दो बार छत्तीसगढ़ को मिली है। उन्होंने कहा कि आज के युग में जीवन के विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए विज्ञान जरूरी है। डॉ. टेकाम ने कहा कि इस प्रदर्शनी में 27 प्रदेश के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है और 147 से अधिक मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी की संकल्पना दी है। इसके माध्यम से जलस्रोतों का संरक्षण के साथ पुनरूद्धार किया जा रहा है और गरूवा-जैविक खेती के माध्यम से कृषि का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पर्यावरण समेत अनेकों चुनौतियां हैं, जिनका सामना करने में इस प्रदर्शनी में दिखाए गए मॉडल निश्चित ही सहायक सिद्ध होंगे।
रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे ने कहा कि ऐसी प्रदर्शनी बच्चों की प्रतिभा और सृजनात्मकता के विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने पालिथिन के उपयोग न करने का आग्रह करते हुए कहा कि पालिथिन पर्यावरण को नुकसान तो पहुंचाती है, बल्कि इसे खाकर हमारी गौमाता भी मृत्यु के करीब पहुंच रही है। इस अवसर पर हमें पालिथिन छोड़ने का संकल्प लेना चाहिए।

स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री गौरव द्विवेदी ने बताया कि हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की विज्ञान में गहरी रूचि थी और वे चाहते थे कि सभी भारतीओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण हो। पंडित नेहरू के वैज्ञानिक सोच के फलस्वरूप ही देश में चहुंओर वैज्ञानिक प्रगति हुई और आई.आई.टी. सहित अन्य तकनीकी संस्थान स्थापित हुए। श्री द्विवेदी ने कहा कि आज पूरे विश्व में हमारे देश के वैज्ञानिक कार्यरत हैं और शोध कार्यों के माध्यम से अनेकों पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं। इसी वैज्ञानिक दृष्टिकोण को साकार करने के लिए यह राष्ट्रीय स्तर की 46वीं प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों से कहा कि वे प्रदर्शनी का अवलोकन करें और बाहर से आए हुए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करें।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली के केन्द्रीय निदेशक श्री ऋषिकेश सेनापति नेे इस राष्ट्रीय प्रदर्शनी की अवधारणा और महत्ता के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। समग्र शिक्षा एवं राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ के निदेशक श्री पी. दयानंद ने स्वागत भाषण दिया।

राज्यपाल ने प्रदर्शनी का किया अवलोकन
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए गए विभिन्न मॉडलों का अवलोकन किया और विद्यार्थियों से उनके संबंध में जानकारी ली।


उन्होंने मॉडल प्रदर्शित करने वाले विद्यार्थियों से बड़ी आत्मीयता से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन किया। सुश्री उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों से आए विद्यार्थियों ने बहुत आकर्षक और ज्ञानवर्धक मॉडल प्रदर्शित किए हैं। राज्यपाल ने नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी के मॉडल के स्टाल का निरीक्षण किया। इसके साथ ही उन्होंने गोबर से बनाए गए उत्पादों की जानकारी ली और गोबर से निर्मित दीए और छत्तीसगढ़ी व्यंजन के बारे में भी जानकारी ली।

बीटीआई मैदान शंकरनगर में जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी

सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत कोपलवाणी मूकबधिर स्कूल सुंदरनगर के बच्चों के गणेश वंदना की प्रस्तुति से हुई। इसी कड़ी में मयाराम सुरजन स्कूल की छात्राओं के समूह ने ‘राजस्थानी’ छटा बिखेरती पारम्परिक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। कोरबा से आए स्कूली बच्चों ने विलुप्त होती संरक्षित पहाड़ी कोरवा जाति की गौरा नृत्य के माध्यम से सजीव और मनभावन रूप से पारम्परिक जनजाति संस्कृति को पेश किया, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।

रायपुर : 46वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी की  पहली सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ
बच्चों के मनमोहक नृत्य की प्रस्तृति ने दर्शकों का मन मोह लिया
    रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - राजधानी रायपुर के बीटीआई मैदान शंकरनगर में आयोजित बच्चों के लिए 46वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी में आज पहली सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ हुआ। इस सांस्कृतिक संध्या में भारतीय एकता और समरसता देखने को मिला। विभिन्न राज्यों के आए हुए स्कूली बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक नृत्य-नाटिका प्रस्तुत की गई। 15 से 19 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।

वैशालीनगर स्कूल के द्वारा आदिवासी अंचल की जान करमा नृत्य मांदर के ताल में लयबद्ध प्रस्तुति उपस्थित सभी लोगों को थिरकने में बाध्य कर दिया। जे.आर. दानी गर्ल्स स्कूल के बच्चों के द्वारा राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर आधारित छत्तीसगढ़ की यही चार चिन्हारी-नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी को नृत्य-गीत के माध्यम से पूरी योजनाओं को बखूबी ढंग से की गई मनमोहक प्रस्तुति में पूरी योजना को पिरों कर रख दिया था। अभनपुर से आए बच्चों के द्वारा माता-पिता, अभिभावकों और वरिष्ठ जनों के सम्मान पर आधारित छत्तीसगढ़ी गीत पर नृत्य कर छत्तीसगढ़ महतारी की महिमा को इस तरह से प्रस्तुत कर मंच में छत्तीसगढ़ी रंगों को बिखेर दिया था।

कार्यक्रम में लावणी नृत्य के द्वारा महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कला नृत्य राधे-राधे तेरे बिना कृष्णा लगे आधे ने सबसे ज्यादा ताली बटोरी। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय अंतागढ़ से आए बच्चों ने बस्तर की सुंदरता ‘आमचो बस्तर-सुंदर बस्तर’ आदिवासी अंचल के बस्तरिया संस्कृति के रंगों को पारम्परिक नृत्य कला का जीवंत प्रस्तुतिकरण काफी सराहनीय रहा। चंदखुरी से आए बच्चों ने पंथी नृत्य के द्वारा सतनाम पंथ को घासीदास बाबा के जन्मस्थली गिरौदपुरी धाम के साक्षात दर्शन कराने में सफल रहे। कोपलवाणी के मूकबधिर बच्चों ने गांधी जी के जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति में लोगों को स्तब्ध कर दिया। कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण का केन्द्र भिलाई निवासी सोनी टीवी फेम अन्वेषा भाटिया की गणेश वंदना थी। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तोहड़ा (तिल्दा) के बच्चों ने छत्तीसगढ़ के पारम्परिक गेड़ी नृत्य में स्कूलों में मनाये जाने वाले ‘लईका मड़ई’ की झलक अपनी प्रस्तुति में दी और एनसीईआरटी की प्रस्तुति खड़ी साज और गुजरात प्रदेश की कच्छी नृत्य ने काफी सराहना बटोरी। इस अवसर पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद के संचालक श्री पी.दयानंद और शिक्षक-शिक्षिकाओं, बाल वैज्ञानिक सहित बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।

राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी मॉडल

राज्यपाल ने राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी का किया अवलोकन, देशभर के बाल वैज्ञानिकों के मॉडल बने आकर्षण का केन्द्र
रायपुर 15 अक्टूबर 2019 - इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, महापौर श्री प्रमोद दुबे, प्रमुख सचिव शिक्षा श्री गौरव द्विवेदी,एनसीईआरटी के निदेशक डॉ. ऋषिकेश देवसेनापति, संचालक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण (एससीईआरटी) समग्र शिक्षा पी. दयानंद, संचालक स्कूल शिक्षा श्री एस. प्रकाश, कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक, छात्र-छात्राएं, अभिभावक आदि उपस्थित थे।
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज बीटीआई मैदान शंकर नगर रायपुर में 46वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में लगे बाल वैज्ञानिकों के मॉडलों का अवलोकन भी किया।

राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में देश के 27 प्रदेशों के 127 विज्ञान मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं, जो प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना जिसमें नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी मॉडल को चहुंमुखी कृषि विकास एवं किसान कल्याण हेतु अभिनव पहल के रूप में प्रदर्शित किया गया है। यह नयनाभिराम मॉडल बरबस ही लोगों को अपनी ओर खींच रहा है। इसके अलावा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला मंुगेली छत्तीसगढ़ की कक्षा 11वीं की छात्रा दीपांजलि नामदेव और जूली सोनकर के द्वारा प्रदर्शित मॉडल ‘कबाड़ से जुगाड’़ (गरीब पम्प) भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। इसमें स्थितिज ऊर्जा को गतिज ऊर्जा में फिर गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलकर सायकल से पम्प चलाकर पानी खींचना एवं अल्प मात्रा में बिजली प्राप्त करता है।

राजधानी रायपुर में आयोजित पांच दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में 127 मॉडलों को बाल वैज्ञानिकों ने प्रदर्शित किया है। राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण की थीम ‘जीवन की चुनौतियों के लिए वैज्ञानिक समाधान’ विषय पर केन्द्रित बाल वैज्ञानिकों ने प्रमुख वैज्ञानिक मॉडल प्रदर्शित किए हैं। उनमें उत्तराखण्ड के बाल वैज्ञानिकों ने सिवरेज सिस्टम, उत्तर प्रदेश के छात्रों ने पेट्रोल गैस बर्नल से खाना बनाने, डिजास्टर मैनेजमेन्ट रोबोट, घर में झाडू, पोछा लगाने वाला रोबोट, चण्डीगढ़ की बालिकाओं ने पार्किन्संस के मरीज को खाने का चम्मच (स्मार्ट स्पून), मरीजों के लिए दवाई खाने का एलार्म, बीपी नापने का मशीन, दिल्ली के छात्रों ने मेडिकल एटीएम, मध्यप्रदेश के बालकों ने कोकोनट, लकड़ी का बुरादा एवं पत्ते से बायोगैस का निर्माण, गोवा के बाल वैज्ञानिकों ने बेस्ट मैनेजमेन्ट, बिहार के छात्रों ने फायर फायटिंग रोबोट एवं वेस्ट मटेरियल से कोल्ड ब्रिक्स निर्माण, सीएटी धर्मशाला के बालिकाओं ने भौतिकी के सूत्र को आसान बनाने एवं चारकोल फिल्टर, केरल के बाल वैज्ञानिकों ने न्यूमेरिकल कंट्रोल मशीन, महाराष्ट्र के छात्रों ने बहुउद्देशीय कृषि यंत्र, चण्डीगढ़ के बालकों ने केले के पौधे से रोपमेट (रस्सी, पेपर एवं बैग) बनाने, विन्डटावर तथा गुजरात के छात्रों ने बैटरी लेस इलेक्ट्रानिक कार आदि मॉडल का प्रदर्शन किया।

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