छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया बेमेतरा : शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने 145 स्कूलों में नोडल अधिकारी नियुक्त
बेमेतरा 22 अक्टूबर 2019
राजस्व जिला गठन के पूर्व बेमेतरा एक शिक्षा जिला रहा है। शिक्षा जिले के रूप में बेमेतरा की एक विशिश्ट पहचान कायम रही है। बेमेतरा जिले से बोर्ड परिक्षाओं में अनेक मेधावी छात्र-छात्राओं ने अपनी सफलता का परचम लहराया है। बोर्ड परिक्षाओं मे बेमेतरा जिले का विशेश स्थान हासिल करने के लिए शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में विशेश प्रयास किए जा रहे है। जिला प्रशासन बेमेतरा द्वारा शैक्षणिक सत्र 2019-20 में शैक्षणिक गुणवत्ता की उन्नयन की कार्ययोजना के तहत जिले के 145 हाई एवं हायर सेकण्ड्री स्कूलों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। ज्ञात हो कि जिले में 72 हाई स्कूल एवं 94 हायर सेकण्ड्री स्कूल संचालित है। कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी की पहल पर स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता उन्नयन कार्ययोजना को अंजोर नाम दिया गया है। छत्तीसगढ़ी शब्द अंजोर का आशय उजाला या प्रकाश से है। जिला एवं ब्लाक स्तर में पदस्थ अधिकारी अपने भ्रमण के दौरान संबंधित विद्यालय की व्यवस्था, कक्षा अध्यापन, शिक्षक व छात्र- छात्राओं की उपस्थिति आदि के साथ विद्यालय में गुणवत्ता वृद्धि की दृश्टि से निरीक्षण एवं मार्गदर्शन का कार्य करेंगे। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि सभी नोडल अधिकारी प्रति माह आंवटित विद्यालय का निरीक्षण प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से कलेक्टर को प्रस्तुत करेंगे। ज्ञात हो कि बोर्ड परीक्षा में जिन हाई/हायर सेकण्ड्री स्कूलों का परीक्षा परिणाम 85 प्रतिशत से कम रहा है उन्हीं स्कूलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गये है ऐसे स्कूलों की संख्या 166 में से 145 शामिल है।
बेमेतरा 22 अक्टूबर 2019
राजस्व जिला गठन के पूर्व बेमेतरा एक शिक्षा जिला रहा है। शिक्षा जिले के रूप में बेमेतरा की एक विशिश्ट पहचान कायम रही है। बेमेतरा जिले से बोर्ड परिक्षाओं में अनेक मेधावी छात्र-छात्राओं ने अपनी सफलता का परचम लहराया है। बोर्ड परिक्षाओं मे बेमेतरा जिले का विशेश स्थान हासिल करने के लिए शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में विशेश प्रयास किए जा रहे है। जिला प्रशासन बेमेतरा द्वारा शैक्षणिक सत्र 2019-20 में शैक्षणिक गुणवत्ता की उन्नयन की कार्ययोजना के तहत जिले के 145 हाई एवं हायर सेकण्ड्री स्कूलों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। ज्ञात हो कि जिले में 72 हाई स्कूल एवं 94 हायर सेकण्ड्री स्कूल संचालित है। कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी की पहल पर स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता उन्नयन कार्ययोजना को अंजोर नाम दिया गया है। छत्तीसगढ़ी शब्द अंजोर का आशय उजाला या प्रकाश से है। जिला एवं ब्लाक स्तर में पदस्थ अधिकारी अपने भ्रमण के दौरान संबंधित विद्यालय की व्यवस्था, कक्षा अध्यापन, शिक्षक व छात्र- छात्राओं की उपस्थिति आदि के साथ विद्यालय में गुणवत्ता वृद्धि की दृश्टि से निरीक्षण एवं मार्गदर्शन का कार्य करेंगे। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि सभी नोडल अधिकारी प्रति माह आंवटित विद्यालय का निरीक्षण प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से कलेक्टर को प्रस्तुत करेंगे। ज्ञात हो कि बोर्ड परीक्षा में जिन हाई/हायर सेकण्ड्री स्कूलों का परीक्षा परिणाम 85 प्रतिशत से कम रहा है उन्हीं स्कूलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गये है ऐसे स्कूलों की संख्या 166 में से 145 शामिल है।
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