छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया - रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - बच्चों, वीैपी अतिथि और दर्शकों ने वर्चुअल रियल्टी कैमरे से मानव शरीर के अंदरूनी अंगो को देखा - प्रमुख आकर्षण जिसे अतिथियों ने स्वयं करके देखा वह थाVirtual Reality Kit इसके माध्यम से मानव शरीर की सूक्ष्म एवं आंतरिक संरचनाओं को देखा व महसूस किया जा सकता है। मानव शरीर की जिन संरचनाओं के केवल चित्र ही पाठ्यपुस्तकों में देखे गए हों, उनका जीवन्त व क्रियाशील प्रदर्शन देखना अद्भुत व रोमांचकारी रहा। मानव शरीर की अद्वितीय संरचना को क्रियाशील रूप देखना, जानना और समझ पाना शिक्षा के उद्देश्यों को पूरा करता है। बच्चें स्वयं सक्रिय होकर इस संरचना पर अपनी समझ आसानी से बना पाएंगे और स्वयं स्वस्थ जीवन शैली अपना कर इस सीखने को सार्थक बनाएंगे। यह किट बहुउद्देशीय है। बच्चे इसकी सहायता से अंतरिक्ष की यात्रा कर सकते हैं, हो सकता यह यात्रा किसी बच्चे को अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों की कुंजी थमा दे। अंतरिक्ष यात्रा के साथ-साथ यह किट समुद्र की यात्रा भी कराता है। इसकी सहायता से राज्य के लोकप्रिय दर्शनीय ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी किया जा सकता है जिससे राज्य की संस्कृति, विरासत, सौंदर्य को आत्मसात किया जा सकता है। इसकी सहायता से विभिन्न प्रकार के खेलों का आनंद भी लिया जा सकता है, जैसा कि सभी जानते है कि खेल हमारी मानसिक व शारीरिक क्रियाशीलता को बढ़ाते हैं।
रायपुर : राष्ट्रीय बाल विज्ञान प्रदर्शनी : राज्यपाल और स्कूल शिक्षा मंत्री ने वर्चुअल रियलिटी किट से मानव शरीर की सूक्ष्म और आंतरिक संरचनाओं को देखा, आकर्षण का केन्द्र रहा स्कूल शिक्षा विभाग का स्टॉल
बच्चों के लिए 46वीं जवाहरलाल नेहरू विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी में स्कूल शिक्षा विभाग के स्टॉल के माध्यम से बच्चों को यह अनुभव कराने का अवसर दिया गया है कि विज्ञान और गणित हमारे आस-पास हैं। इन्हें हम अपने प्राकृतिक, सामाजिक पर्यावरण से जोड़ कर बहुत सी समस्याओं का वास्तविक हल स्वयं ही निकाल सकते हैं।
राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह और अतिथियों ने स्टाल के प्रमुख आकर्षण वर्चुअल रियलिटी किट के माध्यम से मानव शरीर के सूक्ष्म और आंतरिक संरचनाओं को देखा और महसूस किया।
राज्यपाल ने कहा कि मानव शरीर की जिन संरचनाओं के केवल चित्र ही पाठ्य पुस्तकों में देखे गए उनका जीवन्त और क्रियाशील प्रदर्शन देखना अदभुत व रोमांचकारी अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि मानव शरीर की अद्वितीय संरचना को क्रियाशील रूप में देखना, जानना, समझ पाना, शिक्षा के उद्देश्यों को पूरा करता है। राज्यपाल और शिक्षा मंत्री ने इस किट का उपयोग कर इसे सीखने-सिखाने का महत्वपूर्ण उपकरण बताते हुए प्रदर्शित समस्त सामग्री की सराहना की। उन्होंने स्टॉल में बनाए गए सेल्फी जोन का भी आनंद लिया और छŸाीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग को अपनी शुभकामनाएँ प्रदान की। यह किट बहुउद्देशीय है। बच्चे इसकी सहायता से अंतरिक्ष की यात्रा कर सकते हैं, हो सकता है, यह यात्रा किसी बच्चे को अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों की कुंजी थमा दे।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि बच्चों को यह पता चलना चाहिए कि कहाँ और कैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और गणित में किए गए नए अनुसंधान हमें जीवन की चुनौतियों के हल प्रदान करते है। इन्हीं मुद्दों पर आधारित है स्कूल शिक्षा विभाग का स्टॉल। इस अवसर पर महापौर रायपुर श्री प्रमोद दुबे सहित गणमान्य अतिथियों ने स्टाल का अवलोकन किया।
स्टॉल में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित TEAMS की सभी योजनाओं की जानकारियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ एस.सी.ई.आर.टी. के विभिन्न प्रकाशन भी प्रदर्शित किए गए हैं।
रायपुर: जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी : प्रतिदिन होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम और वैज्ञानिकों के व्याख्यान
रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - बच्चों के लिए 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी में 15 से 19 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। 20 अक्टूबर को बाल वैज्ञानिकों को शैक्षणिक भ्रमण कराया जाएगा। 16 अक्टूबर से प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 10.30 बजे तक वैज्ञानिकों का व्याख्यान, प्रातः 11 बजे से साय 5 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शाें का प्रदर्शन और संध्या 5.30 बजे से 7 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।
आयोजित होने वाले कार्यक्रम मंे 16 अक्टूबर को प्रातः 9 से 10.30 बजे तक मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. प्रदीप शर्मा यूज ऑफ साइंस इन सॉलविंग प्राबलम ऑफ रूरल लाईफ पर और हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा हेल्थ एण्ड न्यूट्रीशन फॉर ऑल विषय पर व्याख्यान देंगी। संध्या 6 बजे से आवासीय परिसर विसलिंग वुड सेरीखेड़ी में क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई है। 17 अक्टूबर को सीईआईएआर टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस मुम्बई के एसोसिएट प्राध्यापक डॉ. अरविन्दम बोस मेथामेटिकल मॉडलिंग और पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर के प्राध्यापक और प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स एवं फोटोनिक्स डॉ. संजय तिवारी साइंटिफिक इनोवेशन विषय पर व्याख्यान देंगे। इसी दिन संध्या 5.30 बजे 7.30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा स्वागत नृत्य गीत (देश रंगीला), डाइट रायपुर द्वारा डंडा नृत्य, शिक्षा महाविद्यालय बिलासपुर द्वारा अरपा पैरी की धार-समूह नृत्य गीत, डाइट खैरागढ़ द्वारा पंथी नृत्य, डाइट पेण्ड्रा द्वारा भतरी नृत्य, एन.सी.ई.आर.टी. के अन्य राज्यों की प्रस्तुति होगी। इसी के साथ शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा गोदना है गोदना है.. समूह नृत्य गीत, डाइट रायपुर द्वारा घूमर नृत्य, शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा आदिवासी नृत्य गीत, डाइट नारायणपुर द्वारा रैला नृत्य गीत, डाइट खैरागढ़ द्वारा सुआ नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा बारहमासी नृत्य गीत और सरगुजिया नृत्य गीत, एन.सी.ई.आर.टी. के अन्य राज्यों की प्रस्तुति, डाइट धरमजयगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी नृत्य गीत, डाइट महासमुन्द द्वारा सरगुजा नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय द्वारा गांेडी नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय बिलासपुर द्वारा समूह नृत्य गीत, एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा अन्य राज्यों की प्रस्तुति और डाइट रायपुर द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति होगी।
वैज्ञानिकोें के व्याख्यान में 18 अक्टूबर को प्रातः 9 से 10ः30 बजे तक कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग के डीन डेयरी विज्ञान और खाद्य प्रौद्योगिकी कालेज डॉ. सुधीर उपरीत द्वारा डेयरी टेक्नोलाजी व्हाई एण्ड व्हाट तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. संजय पाटिल द्वारा एग्रीकल्चर टेक्नोलाजी विषय पर व्याख्यान दिया जाएगा। प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शो का प्रदर्शन होगा। संध्या 5.30 बजे से 7 बजे तक संस्कृति विभाग द्वारा लोकरंग अर्जुदा जिला दुर्ग के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। रात्रि 9 बजे से आवासीय परिसर सेरीखेड़ी रायपुर में आकाश दर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। 19 अक्टूबर को वैज्ञानिकों के व्याख्यान में प्रातः 9 बजे से 10.30 तक पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति एवं प्राध्यापक प्रोफेसर एस.के. पाण्डेय द्वारा साईंस एण्ड टेक्नोलाजी फॉर इन्क्ल्यूसिव ग्रोथ और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के ही प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. निनाद बोधनकर फिजिक्स, केमेस्ट्री एण्ड जियोलाजी ऑफ वाटर विषय पर व्याख्यान देंगे। प्रातः 11 बजे से 1.30 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शों का प्रदर्शन के बाद दोपहर 2.30 बजे से संध्या 5 बजे तक राष्ट्रीय प्रदर्शनी का समापन समारोह का आयोजन किया गया है। राष्ट्रीय प्रदर्शनी में आए प्रतिभागी विद्यार्थियों को 20 अक्टूबर को नवा रायपुर, चम्पारण, पुरखौती मुक्तांगन, चम्पारण, सेंट्रल पार्क, मंत्रालय, शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शैक्षिक भ्रमण कराया जाएगा।
रायपुर : राष्ट्रीय बाल विज्ञान प्रदर्शनी : राज्यपाल और स्कूल शिक्षा मंत्री ने वर्चुअल रियलिटी किट से मानव शरीर की सूक्ष्म और आंतरिक संरचनाओं को देखा, आकर्षण का केन्द्र रहा स्कूल शिक्षा विभाग का स्टॉल
बच्चों के लिए 46वीं जवाहरलाल नेहरू विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी में स्कूल शिक्षा विभाग के स्टॉल के माध्यम से बच्चों को यह अनुभव कराने का अवसर दिया गया है कि विज्ञान और गणित हमारे आस-पास हैं। इन्हें हम अपने प्राकृतिक, सामाजिक पर्यावरण से जोड़ कर बहुत सी समस्याओं का वास्तविक हल स्वयं ही निकाल सकते हैं।
राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह और अतिथियों ने स्टाल के प्रमुख आकर्षण वर्चुअल रियलिटी किट के माध्यम से मानव शरीर के सूक्ष्म और आंतरिक संरचनाओं को देखा और महसूस किया।
राज्यपाल ने कहा कि मानव शरीर की जिन संरचनाओं के केवल चित्र ही पाठ्य पुस्तकों में देखे गए उनका जीवन्त और क्रियाशील प्रदर्शन देखना अदभुत व रोमांचकारी अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि मानव शरीर की अद्वितीय संरचना को क्रियाशील रूप में देखना, जानना, समझ पाना, शिक्षा के उद्देश्यों को पूरा करता है। राज्यपाल और शिक्षा मंत्री ने इस किट का उपयोग कर इसे सीखने-सिखाने का महत्वपूर्ण उपकरण बताते हुए प्रदर्शित समस्त सामग्री की सराहना की। उन्होंने स्टॉल में बनाए गए सेल्फी जोन का भी आनंद लिया और छŸाीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग को अपनी शुभकामनाएँ प्रदान की। यह किट बहुउद्देशीय है। बच्चे इसकी सहायता से अंतरिक्ष की यात्रा कर सकते हैं, हो सकता है, यह यात्रा किसी बच्चे को अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों की कुंजी थमा दे।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि बच्चों को यह पता चलना चाहिए कि कहाँ और कैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और गणित में किए गए नए अनुसंधान हमें जीवन की चुनौतियों के हल प्रदान करते है। इन्हीं मुद्दों पर आधारित है स्कूल शिक्षा विभाग का स्टॉल। इस अवसर पर महापौर रायपुर श्री प्रमोद दुबे सहित गणमान्य अतिथियों ने स्टाल का अवलोकन किया।
स्टॉल में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित TEAMS की सभी योजनाओं की जानकारियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ एस.सी.ई.आर.टी. के विभिन्न प्रकाशन भी प्रदर्शित किए गए हैं।
रायपुर: जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी : प्रतिदिन होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम और वैज्ञानिकों के व्याख्यान
रायपुर, 15 अक्टूबर 2019 - बच्चों के लिए 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी में 15 से 19 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। 20 अक्टूबर को बाल वैज्ञानिकों को शैक्षणिक भ्रमण कराया जाएगा। 16 अक्टूबर से प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 10.30 बजे तक वैज्ञानिकों का व्याख्यान, प्रातः 11 बजे से साय 5 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शाें का प्रदर्शन और संध्या 5.30 बजे से 7 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।
आयोजित होने वाले कार्यक्रम मंे 16 अक्टूबर को प्रातः 9 से 10.30 बजे तक मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. प्रदीप शर्मा यूज ऑफ साइंस इन सॉलविंग प्राबलम ऑफ रूरल लाईफ पर और हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा हेल्थ एण्ड न्यूट्रीशन फॉर ऑल विषय पर व्याख्यान देंगी। संध्या 6 बजे से आवासीय परिसर विसलिंग वुड सेरीखेड़ी में क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई है। 17 अक्टूबर को सीईआईएआर टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस मुम्बई के एसोसिएट प्राध्यापक डॉ. अरविन्दम बोस मेथामेटिकल मॉडलिंग और पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर के प्राध्यापक और प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स एवं फोटोनिक्स डॉ. संजय तिवारी साइंटिफिक इनोवेशन विषय पर व्याख्यान देंगे। इसी दिन संध्या 5.30 बजे 7.30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा स्वागत नृत्य गीत (देश रंगीला), डाइट रायपुर द्वारा डंडा नृत्य, शिक्षा महाविद्यालय बिलासपुर द्वारा अरपा पैरी की धार-समूह नृत्य गीत, डाइट खैरागढ़ द्वारा पंथी नृत्य, डाइट पेण्ड्रा द्वारा भतरी नृत्य, एन.सी.ई.आर.टी. के अन्य राज्यों की प्रस्तुति होगी। इसी के साथ शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा गोदना है गोदना है.. समूह नृत्य गीत, डाइट रायपुर द्वारा घूमर नृत्य, शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा आदिवासी नृत्य गीत, डाइट नारायणपुर द्वारा रैला नृत्य गीत, डाइट खैरागढ़ द्वारा सुआ नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा बारहमासी नृत्य गीत और सरगुजिया नृत्य गीत, एन.सी.ई.आर.टी. के अन्य राज्यों की प्रस्तुति, डाइट धरमजयगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी नृत्य गीत, डाइट महासमुन्द द्वारा सरगुजा नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय द्वारा गांेडी नृत्य गीत, शिक्षा महाविद्यालय बिलासपुर द्वारा समूह नृत्य गीत, एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा अन्य राज्यों की प्रस्तुति और डाइट रायपुर द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति होगी।
वैज्ञानिकोें के व्याख्यान में 18 अक्टूबर को प्रातः 9 से 10ः30 बजे तक कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग के डीन डेयरी विज्ञान और खाद्य प्रौद्योगिकी कालेज डॉ. सुधीर उपरीत द्वारा डेयरी टेक्नोलाजी व्हाई एण्ड व्हाट तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. संजय पाटिल द्वारा एग्रीकल्चर टेक्नोलाजी विषय पर व्याख्यान दिया जाएगा। प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शो का प्रदर्शन होगा। संध्या 5.30 बजे से 7 बजे तक संस्कृति विभाग द्वारा लोकरंग अर्जुदा जिला दुर्ग के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। रात्रि 9 बजे से आवासीय परिसर सेरीखेड़ी रायपुर में आकाश दर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। 19 अक्टूबर को वैज्ञानिकों के व्याख्यान में प्रातः 9 बजे से 10.30 तक पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति एवं प्राध्यापक प्रोफेसर एस.के. पाण्डेय द्वारा साईंस एण्ड टेक्नोलाजी फॉर इन्क्ल्यूसिव ग्रोथ और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के ही प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. निनाद बोधनकर फिजिक्स, केमेस्ट्री एण्ड जियोलाजी ऑफ वाटर विषय पर व्याख्यान देंगे। प्रातः 11 बजे से 1.30 बजे तक विज्ञान के चलित प्रादर्शों का प्रदर्शन के बाद दोपहर 2.30 बजे से संध्या 5 बजे तक राष्ट्रीय प्रदर्शनी का समापन समारोह का आयोजन किया गया है। राष्ट्रीय प्रदर्शनी में आए प्रतिभागी विद्यार्थियों को 20 अक्टूबर को नवा रायपुर, चम्पारण, पुरखौती मुक्तांगन, चम्पारण, सेंट्रल पार्क, मंत्रालय, शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शैक्षिक भ्रमण कराया जाएगा।



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