छत्तीसगढ़ न्यूज़ वेबमीडिया सुपोषण अभियान से प्रज्ञा के चेहरे पर लौटी मुस्कान
रायपुर, 21 अक्टूबर 2019
छत्तीसगढ़ में कुपोषण मुक्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाए गए अभियान के सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। दूरस्थ वनांचल क्षेत्र कोरिया के सोनहत निवासी श्रीमती बिन्धेश्वरी और श्री यूकेश की पुत्री कुमारी प्रज्ञा नियमित देखभाल और समुचित पोषण से अब गंभीर कुपोषण की श्रेणी से सामान्य श्रेणी में आ गई है। 10 माह की प्रज्ञा का वजन 7 किलो से भी कम था जो बढ़कर अब 10 किलो हो गया है।
कुपोषण की रोकथाम हेतु कोरिया जिले में माह जुलाई 2019 से सुराजी कुपोषित कोरिया अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर उन्हें सुपोषित करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी इसी दौरान बाल विकास परियोजना सोनहत अंतर्गत ग्राम कछार में कुमारी प्रज्ञा का चिन्हांकन गंभीर कुपोषण से ग्रसित बच्चे के रूप में किया गया। इसके बाद कुमारी प्रज्ञा का के पोषण स्तर की जांच की गई और स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। अभिभावकों को प्रज्ञा के पोषण, सतत् स्तनपान, स्वास्थ्य एवं व्यक्तिगत स्वच्छता के विषय में परामर्श दिया गया। इसके साथ बच्ची को ऊपरी आहार में हरी ताजी एवं पोषक तत्वों से युक्त भाजी सहित अन्य खाद्य पदार्थों को शामिल करने की सलाह दी गई।
प्रज्ञा को कृमिनाशक दवाई का सेवन कराया गया। इसके बाद नियमित रूप से सप्ताह में दो दिन बुधवार एवं शुक्रवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा घर पहुंच कर अंडा खिलाया गया एवं उसके अभिभावकों को नियमित रूप से बच्ची के पोषण स्तर एवं स्वास्थ्य के उचित देखभाल हेतु परामर्श दिया गया। नियमित रूप से देखभाल, ऊपरी पोषक आहार के परिणाम स्वरूप 03 माह में ही बच्ची के पोषण स्तर में सकारात्मक प्रभाव पड़ा और बच्ची गंभीर कुपोषण से सामान्य श्रेणी में आ गई है। उचित खान-पान से प्रज्ञा की सक्रियता बढ़ी है और वह खुश होकर खेलती रहती है। प्रज्ञा को स्वस्थ और खेलते देखकर उसके माता-पिता के चेहरे भी खुशी से खिल गए हैं।
रायपुर, 21 अक्टूबर 2019
छत्तीसगढ़ में कुपोषण मुक्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाए गए अभियान के सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। दूरस्थ वनांचल क्षेत्र कोरिया के सोनहत निवासी श्रीमती बिन्धेश्वरी और श्री यूकेश की पुत्री कुमारी प्रज्ञा नियमित देखभाल और समुचित पोषण से अब गंभीर कुपोषण की श्रेणी से सामान्य श्रेणी में आ गई है। 10 माह की प्रज्ञा का वजन 7 किलो से भी कम था जो बढ़कर अब 10 किलो हो गया है।
कुपोषण की रोकथाम हेतु कोरिया जिले में माह जुलाई 2019 से सुराजी कुपोषित कोरिया अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर उन्हें सुपोषित करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी इसी दौरान बाल विकास परियोजना सोनहत अंतर्गत ग्राम कछार में कुमारी प्रज्ञा का चिन्हांकन गंभीर कुपोषण से ग्रसित बच्चे के रूप में किया गया। इसके बाद कुमारी प्रज्ञा का के पोषण स्तर की जांच की गई और स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। अभिभावकों को प्रज्ञा के पोषण, सतत् स्तनपान, स्वास्थ्य एवं व्यक्तिगत स्वच्छता के विषय में परामर्श दिया गया। इसके साथ बच्ची को ऊपरी आहार में हरी ताजी एवं पोषक तत्वों से युक्त भाजी सहित अन्य खाद्य पदार्थों को शामिल करने की सलाह दी गई।
प्रज्ञा को कृमिनाशक दवाई का सेवन कराया गया। इसके बाद नियमित रूप से सप्ताह में दो दिन बुधवार एवं शुक्रवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा घर पहुंच कर अंडा खिलाया गया एवं उसके अभिभावकों को नियमित रूप से बच्ची के पोषण स्तर एवं स्वास्थ्य के उचित देखभाल हेतु परामर्श दिया गया। नियमित रूप से देखभाल, ऊपरी पोषक आहार के परिणाम स्वरूप 03 माह में ही बच्ची के पोषण स्तर में सकारात्मक प्रभाव पड़ा और बच्ची गंभीर कुपोषण से सामान्य श्रेणी में आ गई है। उचित खान-पान से प्रज्ञा की सक्रियता बढ़ी है और वह खुश होकर खेलती रहती है। प्रज्ञा को स्वस्थ और खेलते देखकर उसके माता-पिता के चेहरे भी खुशी से खिल गए हैं।
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